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महाराष्ट्र के डोंबिवली के देवीचापाड़ा इलाके में जाको राखे साइयां मार सके न कोय कहावत सच हो गई। 13 वीं मंजिल से गिरी एक बच्ची को महज मामलू चोटें आई। दरअसल जब बच्ची इमारत से गिर रही थी तो उसी दौरान एक शख्स की नजर बच्ची पर पड़ी। भावेश म्हात्रे नाम के एक युवक ने अपनी जान की परवाह किए बिना भाग कर उसकी जान बचा ली।

मुंबई। महाराष्ट्र के डोंबिवली के देवीचापाड़ा इलाके में एक चमत्कारिक घटना घटी। रविवार (26 जनवरी) सुबह 13 मंजिला इमारत से एक दो वर्षीय बच्चा नीचे गिरने लगा, जैसे ही बच्चा गिरने लगा इमारत में रहने वाले भावेश म्हात्रे नाम के एक युवक ने अपनी जान की परवाह किए बिना भाग कर उसकी जान बचा ली। इस घटना से जुड़ा वीडियो भी सामने आया है।

अधिकारियों ने बताया कि यह घटना पिछले हफ्ते देवीचापाड़ा इलाके में हुई और बच्चे को केवल मामूली चोटें आईं।

भावेश म्हात्रे ने बचा ली बच्ची की जान

वीडियो में देखा जा सकता है कि भावेश म्हात्रे बच्चे को पकड़ने के लिए दौड़ रहे हैं। हालांकि वह उसे पूरी तरह से पकड़ने में विफल रहते है, लेकिन जिस रफ्तार से बच्चा गिर रहा था, उसकी रफ्तार काफी कम हो जाती है, जिसकी वजह से बच्चे को मामूली चोट आती है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बच्चा अपने 13वीं मंजिल के फ्लैट की बालकनी में खेलते समय गिर गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, "वह फिसल गईं, कुछ देर तक बालकनी के किनारे पर लटकी रहीं और फिर गिर गईं।"

'साहस और मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं' 

म्हात्रे ने कहा कि वह इमारत के पास से गुजर रहे थे और उन्होंने आगे बढ़ने से पहले दो बार नहीं सोचा क्योंकि वह बच्चे की जान बचाने के लिए प्रतिबद्ध थे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "साहस और मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं है।" एक नागरिक अधिकारी ने म्हात्रे के कृत्य की सराहना की और कहा कि उन्हें सार्वजनिक रूप से सम्मानित करने की योजना है।