पीएम मोदी बुधवार को महाराष्ट्र के दौरे पर रहेंगे। जहां वह नेवल डॉकयार्ड में नौसेना के दो पोत एवं एक पनडुब्बी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। पीएम मोदी कल बीजेपी के विधायकों से चर्चा भी करेंगे। विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद ये पहला मौका है जब पीएम महाराष्ट्र के दौरे पर जा रहे हैं। विपक्षी खेमे में बिखराव के बीच पीएम का ये दौरा अहम माना जा रहा है।
मुंबई। एक तरफ राष्ट्रीय स्तर से लेकर महाराष्ट्र तक विपक्षी खेमे में बिखराव की हवा चल रही है, तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति के सभी विधायकों को एक साथ संबोधित कर सत्तारूढ़ गठबंधन की एकता का संदेश देने जा रहे हैं।
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को एक दिन के दौरे पर मुंबई आ रहे हैं। यहां वह सुबह 10.30 बजे नेवल डॉकयार्ड में नौसेना के दो पोत एवं एक पनडुब्बी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके बाद नेवल डॉकयार्ड के ही एक हिस्से आईएनएस आंग्रे के सभागार में महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति के करीब 272 विधायकों को संबोधित करेंगे। इनमें हाल के विधानसभा चुनाव में चुने गए विधानसभा सदस्यों के अलावा महायुति के सभी विधान परिषद सदस्य भी शामिल होंगे
पीएम मोदी देंगे एकता का संदेश
महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ विधायकों के साथ प्रधानमंत्री की इस प्रकार होने वाली यह पहली बैठक होगी। माना जा रहा है कि 2024 में हुए लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों के बाद वह भाजपा एवं उसके साथी दलों के विधायकों से एक साथ मिलकर वह सत्तारूढ़ गठबंधन में एकता का संदेश देना चाहते हैं, ताकि महाराष्ट्र भाजपा को मिली बड़ी सफलता के बावजूद उसके साथी दलों में किसी प्रकार की असुरक्षा का भाव न पनपे।
दो दिन पहले ही शिरडी में हुए प्रदेश भाजपा के महाविजय अधिवेशन में बोलते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि निकट भविष्य में होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा अपने साथी दलों के साथ मिलकर ही चुनाव मैदान में उतरेगी। उन्होंने यह आह्वान भी किया था कि ये चुनाव इस प्रकार लड़े जाने चाहिए कि विरोधी दलों को बैठने की भी जगह न मिले।
विधानसभा में 232 सीटों पर बीजेपी को मिली है जीत
बता दें कि हाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा को अपने साथी दलों के साथ मिलाकर 232, यानी सदन की कुल संख्या की तीन चौथाई से भी अधिक सीटें मिली हैं। इसमें भाजपा की ही कुछ छोटे दलों के समर्थन के साथ 138 सीटें हैं, जो पूर्ण बहुमत के आंकड़े से सिर्फ सात कम हैं। इसके बावजूद भाजपा ने दो उप मुख्यमंत्री बनाकर शिवसेना एवं राकांपा के साथ ही आगे बढ़ने का फैसला किया है।
महाराष्ट्र में होने है बीएमसी चुनाव
अब करीब तीन-चार महीने महाराष्ट्र की 27 महानगर पालिकाओं सहित अनेक नगर पालिकाओं एवं नगर परिषदों के चुनाव होने हैं। ये चुनाव भी राज्य में मिनी विधानसभा चुनाव जैसे ही होंगे। राज्य के विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी के दल अभी से ये चुनाव अकेले लड़ने का राग अलापते दिख रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर भाजपा अपने साथी दलों के साथ अलग-अलग क्षेत्रों में उनकी ताकत के अनुसार सीटें बांटकर लड़ने की योजना बना रही है।
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को आईएनएस आंग्रे में महायुति गठबंधन के विधायकों को एक साथ बैठाकर एकता का ही संदेश देंगे, ताकि राज्य की सभी महत्त्वपूर्ण महा नगरपालिकाओं सहित सभी स्थानीय निकाय चुनावों में उसी प्रकार विपक्ष को धूल चटाई जा सके, जैसे हाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना-राकांपा मिलकर चटा चुके हैं।
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