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महाकुंभ मेला क्षेत्र में महामंडलेश्वर और डासना मंदिर के प्रमुख यति नरसिंहानंद के अखाड़े में मंगलवार सुबह एक संदिग्ध युवक को पकड़ा गया। पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। शुरुआती छानबीन में पता चला है कि आयूब नामक युवक आयुष बनकर अखाड़े पर पहुंचा था। अखाड़े के संतों को संदिग्ध लगा तो उससे पूछताछ की गई तब सच्चाई सामने आई फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया।

महाकुंभ नगर। महाकुंभ मेला क्षेत्र में महामंडलेश्वर और डासना मंदिर के प्रमुख यति नरसिंहानंद के अखाड़े में मंगलवार सुबह एक संदिग्ध युवक को पकड़ा गया। पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। शुरुआती छानबीन में पता चला है कि आयूब नामक युवक आयुष बनकर अखाड़े पर पहुंचा था। इसके बाद महंत यति नरसिंहानंद से मिलने की जिद करने लगा।

अखाड़े के संतों को संदिग्ध लगा तो उससे पूछताछ की गई। तब सच्चाई सामने आई और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। अखाड़े के संतों ने पुलिस पर सुरक्षा देने में कोताही बरतने का आरोप लगाया है।

कई संद‍िग्‍ध युवकों से पूछताछ कर रही पुल‍िस और सुरक्षा एजेंस‍ियां

वहीं, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने कुछ अन्य स्थानों से भी कई संदिग्ध युवकों को उठाकर अलग-अलग पूछताछ कर रही है। पकड़ा गया आयूब अखाड़े में आयुष बनकर क्यों पहुंचा था और उसका किस-किस व्यक्ति से संबंध है। उसके कनेक्शन को भी खंगला जा रहा है।

सनातन की रक्षा के लिए करें मंथन: यति नरसिंहानंद

श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने महाकुंभ में वैभव प्रदर्शन के स्थान पर सनातन धर्म की रक्षा के लिए मंथन करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश, पाकिस्तान सहित संपूर्ण विश्व में इस्लामिक जिहादियों द्वारा हिंदुओं का लगातार हो रहा नरसंहार बेहद चिंतनीय है। इसको लेकर सभी अखाड़ों, पंथों व संप्रदायों के धर्मगुरुओं के बीच समन्वय स्थापित कर ठोस रणनीति तैयार करनी होगी। इस निमित्त श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा 25 जनवरी को धर्म संवाद का आयोजन कर रहा है।

महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि महाराज महाकुंभ क्षेत्र स्थित श्रीदूधेश्वरनाथ मठ के शिविर में सोमवार को प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर रहे थे। उन्होंने कहा धर्म संवाद श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के मुख्य संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरि महाराज, अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज के मार्गदर्शन में होगा।

इस दौरान श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि संतों का सर्व प्रथम कर्तव्य सनातन धर्म की रक्षा करना है। प्रेसवार्ता में स्वामी मुकेशानंद गिरी, डॉ. उदिता त्यागी, राकेश सरावगी, डॉ. पीएन राय, यति रामस्वरूपानंद, यति सत्यदेवानंद समेत संत थे।

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