
रवि शास्त्री ने खुलासा किया कि विराट कोहली ने संन्यास लेने से पहले उनसे बातचीत की थी। शास्त्री ने विराट कोहली के टेस्ट संन्यास लेने का असली कारण बताया। शास्त्री ने साथ ही बताया कि जब विराट कोहली ने उनसे संन्यास के बारे में बात की तो वो हैरान रह गए। विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर में 123 मैचों में 30 शतकों की मदद से 9230 रन बनाए।
भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने खुलासा किया कि विराट कोहली ने टेस्ट संन्यास से पहले उनसे बातचीत की थी। शास्त्री ने कहा कि विराट ने बातचीत में कहा कि उन्हें अपने करियर पर कोई मलाल नहीं है और उनका मानना है कि क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में उन्होंने देश के लिए अपना सबकुछ झोंका।
याद दिला दें कि विराट कोहली ने 12 मई को टेस्ट प्रारूप से संन्यास की घोषणा की थी। उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर एक लंबा पोस्ट लिखकर संन्यास का एलान किया था। कोहली ने 123 टेस्ट में 30 शतकों और 31 अर्धशतकों की मदद से 9230 रन बनाए। वह टेस्ट में भारत के लिए चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।
दिमाग में स्पष्ट था संन्यास
कोहली और शास्त्री ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल कप्तान-कोच की जोड़ी बनाई थी। शास्त्री ने पुष्टि की है कि स्टार बल्लेबाज ने संन्यास की घोषणा करने से पहले उनसे बातचीत की।
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शास्त्री ने आईसीसी रिव्यु में संजना गणेशन से बातचीत में कहा, 'मैंने विराट से इस बारे में बातचीत की थी। मेरे ख्याल से संन्यास की घोषणा करने के एक सप्ताह पहले। उनके दिमाग में एकदम स्पष्ट था कि उन्होंने अपना सबकुछ झोंक दिया था। उन्हें कोई मलाल नहीं है।'
पूर्व भारतीय हेड कोच ने कहा, 'मैंने एक या दो निजी सवाल किए और उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उनके दिमाग में कोई शक नहीं है, जिससे मैं सोच पाया कि हां जाने का समय सही है। दिमाग ने शरीर से कहा कि जाने का समय आ गया है।'
कोहली पर हावी हुई जिम्मेदारी
पता हो कि विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं। उन्होंने 68 मैचों में कप्तानी की, जिसमें से भारत ने 40 टेस्ट जीते। कोहली मैदान के अंदर अपने आक्रामक रवैये के लिए पहचाने जाते हैं और शास्त्री का मानना है कि इस तरह की सोच सीमा के साथ आती है।
शास्त्री ने कहा, 'अगर कोहली ने कुछ करने का सोचा तो वो अपना 100 प्रतिशत देता है, जिससे पार पाना आसान नहीं। एक खिलाड़ी अपना काम करके बैठ जाता है, लेकिन जब टीम बाहर जाती है तो कोहली सभी विकेट लेना चाहते हैं। वो सभी कैच लेना चाहते हैं। मैदान में वो सभी फैसले खुद लेना चाहते हैं।'
दुनियाभर में दीवानगी
उन्होंने आगे कहा, 'इतना शामिल होना। मेरे ख्याल से अगर वो आराम नहीं ले तो बर्नआउट होने लगता है। अगर वो यह तय नहीं करे कि कैसे वो तीनों प्रारूपों में खेलना चाहते हैं तो बर्नआउट होना तय है।' शास्त्री ने ध्यान दिलाया किया कोहली की दुनियाभर में दीवानगी है और वो लगातार लोगों के आकर्षण का केंद्र बनते हैं। इसका उन पर भार होता है और इसने बर्नआउट में योगदान दिया।
शास्त्री ने कहा, 'दुनियाभर में उनकी तारीफ होती है। पिछले दशक में किसी और क्रिकेटर से ज्यादा उनकी फैन फॉलोइंग रही है। चाहे ऑस्ट्रेलिया हो या दक्षिण अफ्रीका, उन्होंने लोगों को मैच देखने को बाध्य किया। उनकी प्यार-नफरत वाली रिलेशनशिप रही।'
रवि शास्त्री ने साथ ही कहा, 'फैंस गुस्सा हो जाते हैं क्योंकि कोहली में दर्शकों को निराश करने की क्षमता है। वो जिस तरह विकेट का जश्न मनाते हैं, आप मानेंगे कि वो अलग जोश में रहते हैं। यह बहुत तेज फैलता है। सिर्फ ड्रेसिंग रूम में नहीं, लेकिन क्रिकेट प्रेमियों के दिल में भी रह जाता है। तो वो प्रभावशाली व्यक्ति हैं।'
विराट ने किया हैरान
रवि शास्त्री ने स्वीकार किया कि कोहली के टेस्ट संन्यास के बारे जानकर वो हैरान रह गए थे क्योंकि पूर्व हेड कोच का मानना है कि 'किंग' में अभी दो तीन साल की क्रिकेट बची है।'
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