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बरेली अवधेश शर्मा

सोने की कीमत ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम एक लाख रुपये के पार पहुंच गई है। ऐसा पहली बार हुआ है। कीमतों के साथ मांग भी बढ़ी है, लेकिन वजन घट गया है। ग्राहक अब हल्के जेवर खरीद रहे हैं। 

बरेली में सहालग और अक्षय तृतीया से पहले ही सोने का भाव लाख टके तक जा पहुंचा। 24 घंटे में 2,800 रुपये की बढ़त के साथ मंगलवार को सोना एक लाख रुपये प्रति दस ग्राम पर बिका। सोमवार को भाव 97,200 रुपये था। लिहाजा, निवेशक सक्रिय हुए और खरीदारी में बढ़त हुई है, लेकिन अब लोग कम वजन के गहने ले रहे हैं। 

पिछले माह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से टैरिफ की घोषणा के बाद सोने का भाव लुढ़ककर 25 मार्च को 89,800 रुपये तक जा पहुंचा था। अनिश्चितता के दौरान सराफा कारोबारियों का अनुमान था कि टैरिफ लागू होने पर कीमतों में भारी गिरावट होगी। जिसका सीधा असर कारोबार पर पड़ने लगा, लेकिन अगले ही दिन यानी 26 मार्च से कीमतों में शुरू हुई बढ़त 10,400 रुपये की तेजी के साथ करीब माह भर में ही एक लाख रुपये पहुंच गई। पूर्व में कीमतों में गिरावट से निवेशकों में निराशा बढ़ रही थी, लेकिन अब एक लाख पहुंचने से निवेश में तेजी की उम्मीद भी है।

बरेली सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल के मुताबिक सहालग सीजन के चलते जो जरूरतमंद हैं, वे खरीदारी कर रहे हैं। अक्षय तृतीया सप्ताह भर बाद है, लेकिन भाव में आई तेजी से अब गहनों की खरीदारी से ज्यादा बतौर निवेश सोने की खरीदारी में तेजी आ सकती है।

छोटे-छोटे चरणों में करें निवेश, जल्दबाजी न करें 
निवेश संबंधी मामलों के जानकार सीए विनय कृष्ण के मुताबिक निवेश दो तरह से होता है। पहला फिक्स, इसमें निश्चित समय के साथ बढ़त होती है। दूसरा इक्विटी, इसमें गोल्ड (सोना) और शेयर शामिल है। कहा कि जब शेयर लुढ़कता है तो निवेश सोने में होता है। वैश्विक बाजार में हलचल से उतार-चढ़ाव का दौर है। इसलिए छोटे चरणवार निवेश करें। अवधि दस वर्ष से कम न हो। जल्दबाजी ठीक नहीं।

ट्रेड वार से भाव में तेजी, अस्थिरता का अनुमान
किसना ज्वेलर्स के मैनेजर उदित गोयल के मुताबिक सोने की कीमतों में तेजी की बड़ी वजह बाजार में वैश्विक अनिश्चितता है। ब्याज दर कटौती को लेकर ट्रंप और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बीच तनाव यानी ट्रेड वार, कई बड़े देशों की अर्थव्यवस्था में सुस्ती, डॉलर इंडेक्स का लुढ़कना, केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की खरीद बढ़ना और निवेशक द्वारा सुरक्षित निवेश के लिए खरीदारी में तेजी आना है।

पसंद है भारी पर वजन घटाने के लिए खरीदार विवश
रांगीलाल ज्वेलर्स संचालक अरविंद अग्रवाल के मुताबिक कीमतों में तेजी के बावजूद खरीदारी का दौर जारी है, लेकिन अब लोग वजन कम कर रहे हैं। जिन्हें एक तोला यानी दस ग्राम के गहने लेने हैं, वे छह, आठ ग्राम ही खरीद रहे हैं। इसी तरह 22, 20 के बजाय अब 18 कैरट के गहनों की मांग भी बढ़ गई है। कहा कि अक्षय तृतीया तक कीमतों में गिरावट की उम्मीद कम है पर तेजी आने का अनुमान है।
 

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