हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन महंगाई गरीबी खाद की कमी और स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा के दौरान हंगामा हो सकता है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा के बाद करीब तीन घंटे तक जवाब दिया था जिस कारण सदन रात पौने नौ बजे तक चला था। विधानसभा सत्र की अवधि एक दिन के लिए बढ़ा दी गई।
चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र की तीसरे दिन की कार्यवाही सोमवार दोपहर दो बजे से आरंभ होगी। सत्र में महंगाई, गरीबी और खाद की कमी के साथ स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा के दौरान हंगामा हो सकता है।
शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने करीब तीन घंटे तक जवाब दिया था, जिस कारण सदन रात पौने नौ बजे तक चला था।
इस वजह से विधानसभा के विधायी कार्यों को पूरा करने हेतु विधानसभा सत्र की अवधि एक दिन के लिए बढ़ा दी गई। अब विधानसभा सत्र मंगलवार को भी चलेगा। इस बार विधानसभा में प्रश्नकाल नहीं हो रहा है।
विपक्ष के उठाए सवालों का नहीं मिला जवाब
विधानसभा की कार्य सलाहकार समिति की बैठक में शीतकालीन सत्र सोमवार तक चलाने पर सहमति बनी थी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विपक्ष द्वारा उठाए गए हर सवाल का जवाब दिया।
मुख्यमंत्री के जवाब इतने सटीक और आंकड़ों पर आधारित थे कि विपक्ष के विधायकों ने इन्हें कम करने का सुझाव दिया, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान विपक्ष द्वारा उठाए गए कई सवालों का जवाब ही नहीं दिया।
दो बिल वापस लेगी राज्य सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने सदन में प्रस्ताव रखा था कि अवकाश से अगले दिन सदन की कार्यवाही पहले की भांति दोपहर दो बजे से आरंभ होनी चाहिये, जिस पर मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव पेश किया और स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने उसे पास करा लिया।
सोमवार को डीएपी खाद की कमी और डेंगू के बढ़ रहे मरीजों पर दो ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा होगी। उसके बाद राज्य सरकार दो बिल वापस लेगी, जिन्हें केंद्र की ओर से आवश्यक संशोधनों के सुझाव के साथ वापस राज्य सरकार को भेज दिया गया है।
सदन में चर्चा के लिए अलग से रखे गए पांच बिल
साल 2024-25 के लिए अनुपूरक अनुदान और मांगों पर भी सदन में चर्चा की जाएगी। विधानसभा में कई तरह की रिपोर्ट पेश होने के बाद सात बिलों पर चर्चा होगी, जिन्हें सरकार ने पास कराने के लिए पहले ही टेबल किया हुआ है। पांच बिल सदन में चर्चा के लिए अलग से रखे गये हैं, जिन पर अगले दिन मंगलवार को कोई फैसला लिया जा सकता है।
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