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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को महाराष्ट्र में भाजपा का 25 सूत्रीय संकल्प पत्र जारी किया। घोषणा पत्र में पार्टी ने युवाओं महिलाओं किसानों और वृद्धों पर खासा फोकस किया है। पार्टी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा वर्कर के वेतन में वृद्धि का भी वादा किया है। सरकार बनने पर महिलाओं को 1500 की जगह हर महीने 2100 रुपये देने का वादा किया।

मुंबई। भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपना संकल्प पत्र जारी किया। मुंबई के होटल सोफिटेल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी का संकल्प पत्र जारी किया। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह संकल्प पत्र विकसित भारत और विकसित महाराष्ट्र का रोडमैप है। भाजपा जो कहती है, उसे पूरा करती है। यह महाराष्ट्र के पूर्व विकास का संकल्प पत्र हैं। हम प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उल्लेखनीय है कि 20 नवंबर को महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों पर मतदान है। 23 नवंबर को मतगणना होगी। भाजपा इस चुनाव में महायुति गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में है। बीजेपी महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना और अजित पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ रही है।

भाजपा का 25 सूत्रीय संकल्प पत्र

  • लाडली बहिन योजना के तहते महिलाओं को हर महीने 2,100 रुपये। सलाना 25,200 रुपये देने का वादा।
  • किसान सम्मान निधि में किसानों को कर्ज माफी का एलान। 12,000 की जगह 15,000 मिलेंगे।
  • हर गरीब को खाद्य सुरक्षा और घर देने का वादा।
  • वृद्धावस्था पेंशन धारकों को हर महीने 2,100 और साल में 25,200 रुपये देने का एलान।
  • आवश्यक वस्तुओं की कीमत स्तिर रखने की बात कही।
  • 10 लाख छात्रों को 10,000 रुपये की स्कॉलरशिप और 25 लाख रोजगार।
  • 45,000 गांवों में ग्रामीण विकास को नई दिशा देने का वादा।
  • आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को 15,000 का वेतन और बीमा कवरेज।
  • बिजली बिल, सौर ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा में 30 फीसदी की कमी लाने पर फोकस।
  • सरकार बनने के 100 दिन के अंदर विजन महाराष्ट्र@2028' पेश करने का वादा।
  • महाराष्ट्र को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना।
  • महाराष्ट्र को फिनटेक हब और नागपुर, पुणे, नासिक को एयरोस्पेस हब बनाने का एलान।
  • सोयाबीन पर एमएसपी बढ़ाने का एलान।
  • न्यूनतम कीमत 6000 रुपये प्रति क्विंटल करने का संकल्प।
  • 2027 तक 50 लाख महिलाएं लखपति दीदी बनाएंगे।
  • 500 बचत समूहों के लिए 1,000 करोड़ का रिवॉल्विंग फंड उपलब्ध कराएंगे।
  • अक्षय अन्न योजना के तहत निम्न आय वाले परिवारों को मुफ्त भोजन।
  • महारथी और अटल टिकरिंग लैब्स योजना के माध्यम से रोबोटिक्स और एआई में प्रशिक्षण के अवसर उपलब्ध कराएंगे।
  • उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार महाराष्ट्र में कौशल जनगणना कराई जाएगी।
  • हर जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज आकांक्षा केंद्र की स्थापना।
  • एससी- एसटी और ओबीसी समुदाय से उद्यमी तैयार करने की योजना। 15 लाख रुपये तक ब्याज मुक्त ऋण देने का वादा।
  • ओबीसी, एसबीसी, आईडब्ल्यूएस और वीजेएनटी छात्रों की ट्यूशन और परीक्षा शुल्क की पूरी प्रतिपूर्ति की जाएगी।
  • युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद युवा स्वास्थ्य कार्ड और वार्षिक स्वास्थ्य जांच का एलान।
  • महाराष्ट्र के गौरवशाली किलों और ऐतिहासिक विरासत का संरक्षण।
  • जबरन धर्म परिवर्तन के विरुद्ध कानून बनाएंगे।
  • आधुनिक तकनीक की सहायता से मानव-वन्यजीव संघर्ष साथ ही जंगली जानवरों की सुरक्षा।
  • वरिष्ठ नागरिकों के लिए आधार-सक्षम सेवाएं, सरकारी अस्पतालों में स्वतंत्र ओपीडी शुरू करेंगे।

तुष्टीकरण वाली है MVA की राजनीति: अमित शाह

संकल्प पत्र को जारी करने के बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि महाविकास अघाड़ी की राजनीति तुष्टिकरण वाली है। बनावटी मुद्दे लंबे समय तक नहीं टिकते हैं। एमवीए की घोषणाएं सत्ता के लालच के लिए हैं। भाजपा का घोषणा पत्र लोगों के उम्मीदों का संकल्प है। हमारा संकल्प पत्र पत्थर पर खिंची लकीर है। महाविकास अघाड़ी का चुनाव अभियान आपसी विरोध से घिरा है। 

संकल्प पत्र जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह संकल्प पत्र महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। महाराष्ट्र एक प्रकार से कई युगों से हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर रहा है। एक जमाने में जब जरूरत थी, तब भक्ति आंदोलन की शुरुआत भी महाराष्ट्र से हुई। गुलामी से मुक्ति का आंदोलन भी शिवाजी महाराज ने यहीं से शुरू किया था। सामाजिक क्रांति की शुरुआत भी महाराष्ट्र से हुई। पूरे देश ने देखा है कि एनडीए सरकार अपने संकल्पों को पूरा करती है। किसी को विश्वास नहीं था कि देश से अनुच्छेद 370 खत्म हो जाएगा। मगर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इसे खत्म किया गया। 

अमित शाह ने कहा कि हमने इस संकल्प पत्र के माध्यम से महापुरुषों की परंपराओं और सांस्कृतिक विरासतों को आगे बढ़ाने का संकल्प भी रखा है। मैं उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि क्या वह कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से कह सकते हैं कि वह वीर सावरकर के लिए दो शब्द बोल दें? क्या कांग्रेस का कोई नेता बाला साहब ठाकरे के सम्मान में दो वाक्य बोल सकता है?

 

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