सीबीआई ने नीट यूजी पेपर लीक मामले में तीसरी चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में 298 गवाहों 290 दस्तावेजों और 45 भौतिक वस्तुओं की जांच के बाद 21 आरोपियों के नाम शामिल किए गए हैं। इन पर धारा 120-बी के साथ 109 201 380 409 411 420 आइपीसी और धारा के तहत 13(2) को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (2018 में संशोधित) की धारा 13(1)(ए) लगाई गई हैं।
पटना। इस वर्ष मई महीने में लीक हुए नीट यूजी पेपर लीक मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को पटना स्थित सीबीआई की विशेष न्यायालय में तीसरी चार्जशीट फाइल की। साढ़े पांच हजार से अधिक पेज की इस चार्जशीट में सीबीआई ने 298 गवाहों, 290 दस्तावेज और 45 भौतिक वस्तुओं की जांच करने के बाद तैयार की है।
तीसरी चार्टशीट में 21 आरोपियों के नाम शामिल किए गए हैं। इन पर धारा 120-बी के साथ 109, 201, 380, 409, 411, 420 आइपीसी, और धारा के तहत 13(2) को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (2018 में संशोधित) की धारा 13(1)(ए) लगाई गई हैं।
ओएसिस स्कूल से गायब हुए थे प्रश्न पत्र
सीबीआई को अपनी जांच के दौरान इस बात के प्रमाण मिले कि पांच मई 2024 की सुबह करीब आठ बजे प्रश्न पत्र बैंक वाल्ट से निकल कर ओएसिस स्कूल हजारीबाग पहुंचाया गया। प्रश्न पत्र एक ट्रंक में बंद था। इस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम ने प्रश्न पत्र चोरी करने में बड़ी भूमिका निभाई
इन दोनों ने पंकज कुमार नामक एक व्यक्ति को चुपचाप कंट्रोल रूम जहां ट्रंक में प्रश्न पत्र था उसमें प्रवेश करने की अनुमति दी। एक औजार की मदद से ट्रक के कब्जे से छेड़छाड़ कर एक प्रश्न पत्र हटाया गया। उसके सभी पन्नों की तस्वीर लेकर उसे वापस वहीं रख ट्रंक सील कर दिया गया। इस औजार को पंकज कुमार के आवास से बरामद किया गया।
नौ सॉल्वर ने मिलकर प्रश्नों के हल निकाले
इस प्रश्न पत्र की तस्वीर पंकज के पास से निकल कर उसके सहयोग सुरेंद्र कुमार के पास पहुंची जो राज गेस्ट हाउस हजारीबाग में था। यहीं इन प्रश्न पत्रों को प्रिंट किया गया और साल्वरों के एक गु्रप को प्रश्न साल्व करने के लिए दिया गया। प्रश्न पत्र करण जैन, कुमार शानू, राहुल आनंद, चंदन सिंह, सुरभि कुमारी, दीपेंद्र शर्मा, रौनक राज, संदीप कुमार और अमित कुमार ने मिलकर साल्व किए।
ये सभी सॉल्वर एमबीबीएस के छात्र हैं जिन्होंने पिछले वर्षो में मेरिट के आधार पर सीटें हासिल की थीं। उन सभी का पता लगा लिया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। इन छात्रों ने मिलकर बाटनी-जूलाजी, फिर केमिस्ट्री और अंत में फिजिक्स के प्रश्न हल किए थे।
अभ्यर्थियों से बाद में प्रश्न-उत्तर लेकर किया गया नष्ट
हल किए गए प्रश्न पत्र राज गेस्ट हाउस में उपस्थित अभ्यर्थियों को बांटे गए। इसके अलावा इन्हें स्कैन कर डिजिटल माध्यम से अलग-अलग जगहों पर भेजा गया। जहां आरोपियों ने इसे प्राप्त किया और आगे बढ़ाया। जिन चयनित उम्मीदवारों ने पूर्व में पैसों का भुगतान कर दिया था उन्हें यह प्रश्न वितरित किए गए।
दोपहर सवा 12 बजे इन अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र जाने की अनुमति दी गई, लेकिन वे अपने साथ प्रिंटेट पेपर नहीं ले सकते थे। अभ्यर्थियों से प्रश्न पत्र और उनके उत्तर लेकर उन्हें नष्ट कर दिया गया। जाने से पहले उम्मीदवारों की तलाशी ली गई।
लर्न एंड प्ले स्कूल में जब्त जले पेपर से जांच आगे बढ़ी
सीबीआइ ने जांच के क्रम में लर्न प्ले स्कूल, पटना में जब्त किए गए आधे जले हुए पेपर, पेपर पर छपे सीरियल कोड के आधार पर हजारीबागे के ओएसिस स्कूल तक पहुंची। एजेंसी ने गिरोह में शामिल सदस्यों और साल्वरों की पहचान की। कुल 144 उम्मीदवारों की भी पहचान की जो इस पेपर लीक के लाभार्थी थे। सीबीआई अब इनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई शुरू करने जा रही है।
इस मामले में मुख्य आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए गए 21 मोबाइल फोन भी विभिन्न नदी-तालाबों से बरामद किए गए हैं। इसके लिए बकायदा गोताखोरों तक की मदद ली गई। नीट यूजी पेपर लीक में अब तक 49 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। जिसें मुख्य साजिशकर्ता और साल्वर भी शामिल हैं। अब तक 40 आरोपियों के खिलाफ तीन आरोपपत्र दाखिल किये जा चुके हैं। अन्य आरोपियों के खिलाफ आगे की जांच जारी है।
तीसरी चार्जशीट में इन आरोपियों के नाम
राज कुमार सिंह उर्फ राजू सिंह, सुरेंद्र कुमार शर्मा उर्फ मोल, राकेश रंजन राकी, शशिकांत पासवान उर्फ शशि उर्फ पासु, अभिनास कुमार उर्फ बंटी, करण जैन, कुमार शानू, राहुल आनंद, चंदन सिंह, सुरभि कुमारी , दीपेंद्र शर्मा, कुमार मंगलम विश्नोई, रौनक राज, संदीप कुमार, अमित कुमार, संजय कुमार, रंजीत कुमार बेउरा उर्फ पिंटू, अमित प्रसाद महराना उर्फ मुन्नू, धीरेन कुमार पांडा, सुशांत मोहंती, और पंकज कुमार उर्फ आदित्य।
- Log in to post comments