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एम्स भोपाल में हुए शोध में यह बात पता चली है कि मृत व्यक्ति के शरीर से निकाले गए शुक्राणु (स्पर्म) साढ़े उन्नीस घंटे तक जीवित रह सकते हैं। इससे कोई महिला मां भी बन सकती है। एम्स भोपाल के फोरेंसिक मेडिसिन और टाक्सिकोलाजी विभाग के प्रोफेसर डा. राघवेंद्र कुमार विदुआ व उनकी टीम ने पोस्टमार्टम शुक्राणु पुनर्प्राप्ति पर अध्ययन किया है

Image removed.मृत व्यक्ति का शुक्राणु भी दे सकता है नया जीवन

भोपाल। एम्स भोपाल में हुए शोध में यह बात पता चली है कि मृत व्यक्ति के शरीर से निकाले गए शुक्राणु (स्पर्म) साढ़े उन्नीस घंटे तक जीवित रह सकते हैं। इससे कोई महिला मां भी बन सकती है