श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कटड़ा से सांझीछत तक रोपवे परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना से श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी खासकर बुजुर्ग दिव्यांग और शारीरिक रूप से अक्षम यात्रियों को। केबल कार में सवार होकर श्रद्धालु मात्र 6-8 मिनट में ताराकोट से सांझीछत तक पहुंच सकेंगे। यह परियोजना करीब 350 करोड़ रुपये की लागत से दो साल में पूरी होगी।
कटड़ा। माता वैष्णो देवी की यात्रा में कठिन चढ़ाई से श्रद्धालुओं को आने वाले समय में बड़ी राहत मिलने जा रही है। विशेषकर बुजुर्ग, दिव्यांग व शारीरिक रूप से अक्षम यात्री बिना किसी परेशानी अपनी यात्रा आरामदायक पूरी कर सकेंगे। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अंतत: कटड़ा में यात्रा के नये ताराकोट मार्ग के प्रवेशद्वार से सांझीछत तक केबल कार (रोप-वे) परियोजना को मंजूरी दे दी गई।
दो वर्ष में पूरी होगी यह परियोजना
पारंपरिक मार्ग से 13.5 किलोमीटर की यात्रा में श्रद्धालु केबल कार में ताराकोट से सांझीछत तक मात्र छह से आठ मिनट में पहुंच जाएंगे।
करीब 12 किलोमीटर की सीधी चढ़ाई केबल कार से करने के बाद श्रद्धालुओं को सांझीछत से भवन तक मात्र डेढ़ से दो किलोमीटर की यात्रा उन्हें पैदल या घोड़े पर करनी पड़ेगी।
करीब 350 करोड़ रुपये की यह महत्वपूर्ण परियोजना दो वर्ष में पूरी की जाएगी और कुछ जगह पर इसका निर्माण कार्य शुरू भी कर दिया गया है।
बादलों के बीच रोमांचक यात्रा करेंगे श्रद्धालु
श्रद्धालु वर्ष 2026 में केबल कार में सवार हो प्राकृतिक नजारों का आनंद लेते हुए बादलों के बीच अपनी रोमांचक यात्रा कर सकेंगे। परियोजना का जिम्मा जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट को दिया गया है।
बाण गंगा से कुछ आगे नये ताराकोट मार्ग के प्रवेशद्वार पर केबल कार परियोजना का प्लेटफार्म बनाने का कार्य शुरू हो गया है। ताराकोट लंगर क्षेत्र, हिमकोटी व पंछी क्षेत्र में काम चल रहा है।
इसके चलते काटे जाएंगे ढाई हजार पेड़
दूसरा प्लेटफार्म सांझीछत में बनाया जा रहा है। ढाई से तीन किलोमीटर लंबी परियोजना में 15 टावर लगाए जाएंगे, जिसका कार्य भी शुरू हो गया है। परियोजना में विश्व स्तरीय सुरक्षा मनकों का पालन होगा। इसके रख-रखाव का जिम्मा अगले 25 से 30 साल तक संबंधित कंपनी के पास रहेगा।
परियोजना में 50 आधुनिक केबल कार कैबिन लगाए जाएंगे, जो आस्ट्रिया से मंगवाए जाएंगे। परियोजना के चलते करीब दो से ढाई हजार पेड़-पौधे काटे जाएंगे। बोर्ड साथ-साथ पौधारोपण भी करेगा।
इस परियोजना को लेकर स्थानीय लोगों की रोजगार को लेकर कुछ चिंताएं हैं, इसको लेकर पहले परियोजना का विरोध हुआ था। इसके निवारण को लेकर बोर्ड गंभीर है।
'श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शुरू की परियोजना'
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पहले चरण में भवन से भैरव घाटी तक केबल कार परियोजना शुरू की गई थी। दूसरे चरण में कटड़ा से सांझीछत तक केबल कार परियोजना का निर्माण कार्य जारी है।
स्थानीय लोगों की चिंताओं का ध्यान रखते हुए और लोगों के सुझाव पर ही श्राइन बोर्ड की ओर से ताराकोट मार्ग पर केबल कार प्लेटफार्म से पारंपरिक मार्ग पर चरण पादुका मंदिर क्षेत्र तक लिंक रोड बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि परियोजना से दिव्यांग व बुजुर्ग श्रद्धालुओं को विशेष लाभ होगा। यात्रा का आंकड़ा हर वर्ष एक करोड़ के आसपास पहुंच रहा है। इसी को देखते हुए सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं।
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