हत्या की सजा में उम्रकैद पाने वाले आरोपी को जेल में घास काटने की जिम्मेदारी दी गई थी। जेल में गुरुवार को वो अपने तीन दर्जन से अधिक साथियों के साथ घास काटने के लिए गया था। बताया गया है कि गिनती के वक्त भी वो मौजूद था। लेकिन अचानक से वो गायब हो गया।
बरेली। सेंट्रल जेल से फरार हत्यारे हरपाल पर एसएसपी अनुराग आर्य ने 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया है। उसकी तलाश में एसओजी भी लगा दी गई हैं।
गुरुवार को शाम करीब 4:00 बजे सेंट्रल जेल में बंद हत्यारा हरपाल कृषि भूमि में काम करते समय फरार हो गया था। इस मामले में जेल वार्डर को निलंबित किया गया। साथ ही हरपाल समेत चार लोगों के विरुद्ध इज्जत नगर थाने में प्राथमिकी पंजीकृत कराई गई थी। पुलिस की टीमें उसे ढूंढने में जुटी हैं मगर अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लगा। रविवार को एसएसपी अनुराग आर्य ने हरपाल पर 25 हजार का इनाम घोषित किया है।
पिछले वर्ष मिला था आजीवन कारावास
सेंट्रल जेल से फरार हत्यारे हरपाल का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा। तीन दिन बीतने के बाद भी पुलिस और जेल प्रशासन के हाथ खाली हैं। जेल प्रबंधन ने अब हेड वार्डर से भी पूछताछ शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि मुख्य रूप से बंदियों और कैदियों को जेल से बाहर ले जाने और लाने में पूरी तरह जिम्मेदारी जेल वार्डर, हेड वार्डर समेत बंदी रक्षकों की होती है। मूलरूप से फतेहगंज पूर्वी के खनी नवादा गांव का रहने वाले हरपाल को पिछले वर्ष आजीवन कारावास हुआ था। इसके बाद उसे 2023 में दो जुलाई को सेंट्रल जेल भेजा गया था
सोनपाल की गोली मारकर की थी हत्या
हरपाल ने वर्ष 2017 में लिंटर डालने पर हुए एक विवाद में अपने साथियों गिरीश व रघुवर के साथ मिलकर सोनपाल की गोली मारकर हत्या की थी। उसी मामले में उसे उम्र कैद की सजा हुई थी। जेल में उसे कृषि कार्य की जिम्मेदारी दी गई थी। हर दिन की तरह गुरुवार को भी जेल के अन्य करीब 40 बंदी और कैदियों संग उसे कृषि कार्य को निकाला गया था। उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी जेल वार्डर अजय कुमार प्रथम, हेड वार्डर महावीर प्रसाद, कृषि सुपरवाइजर अनिल कुलार वह फार्म लिपिक धर्मेंद्र कुमार की थी।
हरपाल के फरार होने के बाद मामले में जेलर नीरज कुमार के शिकायती पत्र पर इज्ज्तनगर पुलिस ने हत्यारे हरपाल, जेल वार्डर अजय कुमार प्रथम, कृषि सुपरवाइजर अनिल कुमार व फार्म लिपिक धर्मेंद्र के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी गई। इसके बाद शनिवार को जेल प्रबंधन ने हेड वार्डर महावीर प्रसाद से भी पूछताछ की।
गिनती के वक्त मौजूद था हरपाल
पूछताछ में पता चला कि जब हेड वार्डर ने गिनती की उस वक्त हरपाल मौजूद था, वापसी के समय हाथ पैर धोए, तब तक लोगों ने उसे देखा था। हाथ पैर धोने के बाद वह कहां गया?, इस बारे में किसी को नहीं पता चला। बहरहाल उसकी तलाश की जा रही है।
सीसीटीवी में भी नहीं मिल रही कोई लोकेशन
एक ओर जहां जेल प्रबंधन ने अपने सूचना तंत्र को एक्टिव किया तो वहीं दूसरी ओर इज्जतनगर पुलिस भी हत्यारे की तलाश में हैं। सीसीटीवी में भी उसकी कोई फुटेज दिखाई नहीं दे रही है। उसके घर पर भी टीमें दबिश दे रही हैं। एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि, उसके घर पर जाकर टीम ने पूछताछ की तो पता चला कि उन्हें तो इस बारे में जानकारी ही नहीं थी कि वह जेल से फरार हो गया है।
- Log in to post comments