महानवमी: सीएम योगी ने कन्याओं का पांव पखार कर की मातृ शक्ति की आराधना, बोले-महिला सशक्त तो समाज सुरक्षित
गोरखपुर में नवरात्र की नवमी तिथि पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में मां सिद्धिदात्री की पूजा की और फिर नौ कन्याओं और बटुक भैरव के पैर धोए। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सम्मान और सशक्तिकरण होगा तो समाज स्वयं ही सशक्त और समर्थ्यवान होगा। ऐसे में हम सभी की जिम्मेदारी है कि समाज में ऐसा माहौल बनाएं जिससे कि आधी आबादी और उसके साथ समाज सुरक्षित हो जाए।
नवरात्रि 2024: मां महागौरी की पूजा के समय करें इस चालीसा का पाठ, बन जाएंगे सारे बिगड़े काम
ज्योतिषीय गणना के अनुसार आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में जगत जननी आदिशक्ति मां पार्वती की पूजा करने से साधक को सभी प्रकार के सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जीवन में व्याप्त सभी दुख और संताप दूर हो जाते हैं।
'केवल हिंदुओं का नहीं, सभी का त्योहार', दुर्गा पूजा पर बांग्लादेश का यू-टर्न; यूनुस सरकार ने किए कई बड़े एलान
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदु समुदायों के खिलाफ हुई हिंसक घटनाओं के बाद वहां पर दुर्गा पूजा के आयोजन पर भी खतरा मंडरा रहा था। कई कट्टरपंथी समूहों ने पूजा के आयोजन पर बाधा डालने का प्रयास किया। यहां तक कि वहां की अंतरिम सरकार के कुछ फैसले ही इसके खिलाफ थे। हालांकि अब बांग्लादेश ने अपना रुख बदला और अब कई बड़े फैसले किए।
काली पूजा 2024: अक्टूबर महीने में कब है काली पूजा? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योग
हर वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर दिवाली मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही पूजा होने तक व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत है कि मां लक्ष्मी एवं भगवान गणेश की पूजा करने से धन संबंधी परेशानी दूर होती है। इस दिन मां काली की भी पूजा की जाती है।
उत्तर प्रदेश में पहली बार नवमी पर सार्वजनिक अवकाश घोषित, सीएम योगी ने की घोषणा
उत्तर प्रदेश में नवमी के अवसर पर गुरुवार को सार्वजनिक अवकाश रहेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह घोषणा की। इसके अलावा राज्य के धार्मिक स्थलों को जाने वाले क्षतिग्रस्त मार्गों को गड्ढा मुक्त करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है जिसमें 86 में से 74 मार्गों को सही किया जा चुका है। अंतिम दिन 111 किलोमीटर सड़क सही करने का लक्ष्य है।
दशहरा 2024 उपाय: दशहरे पर करें अपराजिता फूल के ये उपाय, दूर-दूर तक नहीं होगी धन की कमी
हिंदू धर्म के मुख्य त्योहारों में से एक माना जाता है। हर साल आश्विन माह में आने वाली शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर दशहरे का पर्व मनाया जाता है जो नवरात्र के समापन के अगले दिन पड़ता है। ऐसे में इस बार अधर्म पर धर्म की जीत का यह पर्व शनिवार 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
दशहरे का पर्व मुख्य रूप से भगवान श्री राम की रावण पर विजय के रूप में मनाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत को भी दर्शाता है। दशहरे के दिन की जाने वाली पूजा में अपराजिता के फूलों को शामिल करना काफी शुभ माना जाता है। ऐसे में आप इस त्योहार पर अपराजिता के फूल के कुछ उपाय कर काफी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
अष्टमी पर लगाएं देवी महागौरी को नारियल की मिठाइयों का भोग, यहां पढ़ें इनकी आसान रेसिपी
नवरात्र का त्योहार पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। आठवें दिन देवी महागौरी की पूजा की जाती है। मां को भोग मे नारियल या उसकी मिठाइयों का भोग लगाया जाता है। यहां हम आपको नारियल से बने कुछ भोग की रेसिपी बताने वाले हैं।
महाकुंभ 2025 में वंचित समाज के 71 संत बनेंगे महामंडलेश्वर, दिया जा रहा प्रशिक्षण
महाकुंभ मेला 2025 में वंचित समाज के 71 संत महामंडलेश्वर बनेंगे। यह कदम सामाजिक समरसता और धार्मिक एकता को बढ़ावा देने के लिए उठाया जा रहा है। महामंडलेश्वर की उपाधि पाने वाले संतों को मठ-मंदिरों के संचालन की जिम्मेदारी दी जाएगी जिससे वे समाज में अपनी गतिविधियों का विस्तार कर सकें। यह उपाधि पाने वालों ने अखाड़े से जुड़कर संन्यास लिया है।
माँ वैष्णो देवी पर सेहत की टेंशन छोड़ दें श्रद्धालु, श्राइन बोर्ड ने देखभाल के लिए हेल्थकेयर का किया विस्तार
माँ वैष्णो देवी श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने वैष्णो देवी धाम पर पीएमबीजेके हेल्थ केयर की शुरुआत की है। इसके जरिए श्रद्धालुओं को आसानी से दवाएं मिली सकेंगी वह भी बिल्कुल उचित मूल्य पर। सीईओ अंशुल गर्ग ने बताया कि श्रद्धालुओं की देखभाल को देखते हुए यह कदम उठाया गया है ताकि वे सुगमता के साथ बिना किसी परेशानी के माता के दर्शन कर सके
शारदीय नवरात्र 2024 दिन 8: नवरात्र के आठवें दिन पूजा के दौरान करें मां महागौरी की आरती, घर में आएगी सुख-समृद्धि
शारदीय नवरात्र के आठवें दिन देवी गौरी की पूजा होती है जो देवी दुर्गा का सबसे शांत स्वरूप हैं। माता अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करती हैं। साथ ही जीवन में शुभता लाती हैं। यदि आप माता की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको उनकी भाव आरती का आयोजन करना चाहिए।