सूर्य देव की आरती: इस आरती से प्रसन्न होंगे भगवान सूर्य, मिलेगा अपार धन और यश
रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग रविवार के दिन उपवास करते हैं और श्रद्धा के साथ पूजा-पाठ करते हैं तो उन्हें ग्रहों के राजा का आशीर्वाद मिलता है। इसलिए सुबह पवित्र होने के पश्चात जल में गुड़ रोली और अक्षत मिलाकर उन्हें अर्ध्य दें। इसके बाद भाव से आरती करें।
शरद पूर्णिमा 2024: शरद पूर्णिमा के दिन ऐसे करें भगवान विष्णु को प्रसन्न, सभी कार्यों में मिलेगी सफलता
सनातन शास्त्रों में शरद पूर्णिमा का विशेष वर्णन देखने को मिलता है। पंचांग के अनुसार इस बार शरद पूर्णिमा का पर्व 16 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन चन्द्रोदय शाम को 05 बजकर 05 मिनट पर होगा। पूजा के दौरान श्रीहरि के मंत्रों का जप करें। इससे शुभ फल की प्राप्ति होगी और सभी संकट दूर होंगे।
पापांकुशा एकादशी 2024: 13 या 14 अक्टूबर, कब है पापांकुशा एकादशी? नोट करें सही डेट एवं पूजा का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषियों की मानें तो आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर रवि योग का निर्माण हो रहा है। साथ ही इस तिथि पर गर और वणिज करण के भी संयोग बन रहे हैं। इन योग में जगत के पालनहार भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी की पूजा करने से साधक को जीवन में कई तरह के लाभ देखने के मिलते हैंं।
प्रदोष व्रत 2024: प्रदोष व्रत के दिन राशि अनुसार करें इन चीजों का दान, सभी समस्याओं का होगा अंत
हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन महादेव और मां पार्वती की पूजा करने से विवाह में आ रही बाधा दूर होती है और जल्द ही विवाह के योग बनते हैं। साथ ही भगवान शिव साधक पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं।
रावण दहन: दशहरा पर राष्ट्रपति मुर्मु और PM मोदी ने किया रावण दहन, धू-धूकर जला दशानन
बुराई पर अच्छाई का प्रतीक दशहरा पर शनिवार शाम को लालकिला ग्राउंड में रावण कुंभकर्ण और मेघनाथ का पूतला दहन हो गया है। लालकिला स्थित माधव दास पार्क में श्री धार्मिक रामलीला कमेटी में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीर चलाकर रावण दहन किया। इससे पहले उन्होंने भगवान राम र लक्ष्मण और माता सीता को तिलक लगाया।
नई दिल्ली:b बुराई पर अच्छाई का प्रतीक पर दहशरा पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रावण को तीर मारा और उसका दहन शुरू हो गया। दिल्ली में लालकिला स्थित माधव पार्क में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ का पूतला धू-धूकर जल गया।
चारधाम यात्रा 2024: दशहरे पर घोषित हुई बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि, अब दर्शन के लिए बस एक माह
बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित हो गई है। आज विजय दशमी के अवसर पर श्री बदरीनाथ धाम मंदिर परिसर में पंचाग गणना पश्चात समारोहपूर्वक तय की गयी। इस बार 17 नवंबर को रात 9 बजकर 7 मिनट पर विधि-विधान के साथ कपाट बंद किए जाएंगे। अब तक 11 लाख से अधिक श्रद्धालु बदरीनाथ धाम पहुंच चुके हैं।
गोपेश्वर। दशहरे के मौके पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित कर दी गई है। आगामी 17 नवंबर को रात नाै बजकर सात मिनट पर विधिविधान के कपाट साथ बंद होंगे।
दशहरा 2024: दशहरा के दिन पूजा के समय करें इन मंत्रों का जप, जीवन के सभी संकट होंगे दूर
हर वर्ष आश्विन महीने में दशहरा मनाया जाता है। यह पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष रवि और सर्वार्थ सिद्धि योग में दशहरा मनाया जाएगा। रवि योग में भगवान श्रीराम की पूजा करने से साधक को आरोग्य जीवन का वरदान प्राप्त होता है। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। इसके अलावा करियर और कारोबार में भी सफलता मिलती है।
गोरखपुर में विजयरथ पर सवार होंगे गोरक्षपीठाधीश्वर योगी, भव्य शोभायात्रा की करेंगे अगुवाई
विजयादशमी के पावन पर्व पर गोरखनाथ मंदिर में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ विजयरथ पर सवार होकर शोभायात्रा का नेतृत्व करेंगे। शोभायात्रा का समापन मानसरोवर रामलीला मैदान में होगा जहां योगी प्रभु श्रीराम का पूजन व राज्याभिषेक करेंगे। इस शोभायात्रा में हर वर्ग के लोग शामिल होते हैं और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी इसका स्वागत करते हैं।
दशहरा 2024: दशहरा के दिन से 3 राशियों की बदलेगी फूटी किस्मत, आर्थिक तंगी होगी दूर
अंक ज्योतिष और टैरो कार्ड रीडर पल्लवी एके शर्मा की मानें तो 12 अक्टूबर का दिन कई मूलांक के जातकों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है। देवगुरु बृहस्पति की कृपा इन मूलांक के जातकों पर बरसेगी। उनकी कृपा से करियर में मनमुताबिक सफलता मिलेगी। साथ ही कारोबार में भी लाभ होगा। देवगुरु बृहस्पति की पूजा करने से जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल होता है।
चारधाम यात्रा 2024: गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए कब होंगे बंद? हो गई घोषणा
चारधाम यात्रा 2024 चारधाम यात्रा 2024 की तारीखें घोषित हो चुकी हैं। गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए 2 नवंबर को बंद हो जाएंगे। वहीं गुजरात के स्वामी नारायण गुरुकुल राजकोट से संत स्वामी के नेतृत्व में 60 साधु संतों का समूह उत्तराखंड के चारधाम की यात्रा पर हैं। जानिएकब तक किए जा सकेंगे गंगोत्री धाम के दर्शन।
उत्तरकाशी। गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए दो नवंबर को 12:14 पर अभिजीत मुहूर्त में बंद कर दिए जाएंगे। उस दिन डोली गंगोत्री से प्रस्थान कर रात्रि विश्राम के लिए भगवती मंदिर मार्कंडेय के पास निवास करेगी।