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Airbus vs Boeing अहमदाबाद से लंदन जा रहा 787-8 ड्रीमलाइनर 12 जून 2025 को क्रैश हो गया जिसमें 241 लोगों की जान चली गई। बोइंग और एयरबस विमानों में अंतर करना मुश्किल हो सकता है। इनकी नोज का आकार कॉकपिट की खिड़कियां इंजन का आकार टेल डिजाइन और लैंडिंग गियर के रिट्रैक्शन से एयरबस और बोइंग के विमानों को आसानी से पहचाना जा सकता है।

12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन के लिए टेक ऑफ करते ही 787-8 Dreamliner क्रैश हो गया। इस हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई। इस प्लेन क्रैश में केवल एक शख्स ही बच पाया है। 787-8 Dreamliner को विमान निर्माता कंपनी Boeing बनाती है। बोइंग का इस्तेमाल दुनिया भर की एयरलाइन इस्तेमाल करती है। इसी तरह से वह Airbus का इस्तेमाल भी फ्लाइट के रूप में करती है। आपने इन दोनों को ही एयरपोर्ट या उड़ते हुए देखा होगा, लेकिन Airbus और Boeing में अंतर को पहचानना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, खासकर अगर आप विमान के शौकीन नहीं है। हम यहां पर आपको कुछ आसान तरीकों के बारे में यहां पर बता रहे हैं, जिनसे आप एयरबस और बोइंग के विमानों को आसानी से अलग-अलग पहचान सकते हैं।

1. नोज का साइज

बोइंग और एयरबस के विमानों की नोज का साइज में काफी अंतर होता है, जिससे आप इन दोनों को अलग-अलग पहचान सकते हैं।

  1. Boeing: इसकी नोज नुकीली और तेज होती है, जो एक तीर की तरह दिखाई देती है।
  2. Airbus: इसकी नोज गोल और अर्ध-गोलाकार होती है, जो थोड़ा चपटा और नरम जैसी दिखाई देती है।

2. कॉकपिट की खिड़कियां

  1. Boeing: इसके कॉकपिट की साइड विंडो का निचला हिस्सा तिरछा यानी V-आकार का होता है। आखिरी खिड़की का कोना थोड़ा नुकीला और कोणीय जैसा होता है।
  2. Airbus: इसकी खिड़कियां ज्यादा चौकेर होती है और इसके आखिरी खिड़की का ऊपरी कोना 

3. इंजनों का साइज

  1. Boeing: इनके इंजन का निचला हिस्सा चपटा होता है, जबकि ऊपर का हिस्सा गोल होता है। साथ ही, बोइंग के इंजन विंग के सामने की ओर लगे होते हैं।
  2. Airbus: इसके इंजन पूरी तरह से गोल होते हैं, यह करीब एक परफेक्ट सर्कल की तरह होते हैं। इन्हें विंग के ठीक नीचे लगाए जाते हैं, जिससे इन्हें विमान के पीछे से देखने पर आसानी से नोटिस किया जा सकता है।

4. टेल का डिजाइन

  1. Boeing: इनकी टेल में आमतौर पर एक हल्का ढलान होता है, जहां यह विमान के शरीर से मिलती है।
  2. Airbus: इसकी टेल विमान के शरीर से सीधे जुड़ी हुई होती है, जो बिना किसी ढ़लान के होती है। यह एक तेज और सीधा कनेक्शन होता है।

5. लैंडिंग गियर का रिट्रैक्शन

  1.  Boeing: इसका रियर गियर विमान में वापस जाताहै, लेकिन कोई कवर नहीं होता है। जिसकी वजह से इसका गियर थोड़ा दिखाई देता है।
  2. Airbus: इनके रियर गियर विमान पूरी तरह से एक कम्पार्टमेंट में बंद हो जाते हैं, जिससे टेकऑफ के बाद गियर दिखाई नहीं देता।

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