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मेरठ संवाददाता

Meerut Crime News: कॉपर वायर फैक्टरी मालिक इरफान अली की हत्या जावेद और रोहित ने की थी। दोनों को डाई बनाने के लिए इरफान ने पांच लाख रुपये दिए थे। मगर डाई नहीं बनाई गई, न ही रुपये लौटाए गए। ये रुपये हड़पने के लिए ही इरफान का मर्डर किया गया।

पांच लाख रुपये हड़पने के लिए कॉपर वायर की फैक्टरी के मालिक इरफान अली (50) की हत्या करने वाले दोनों आरोपियों जावेद और रोहित को मंगलवार को परतापुर थाना पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट और पेट में गोली लगने से मौत की बात सामने आई है। सोमवार देर रात पुलिस की मौजूदगी में भूड़बराल में शव को दफनाया गया।

परतापुर थाना क्षेत्र के गांव भूड़बराल निवासी इरफान अली (50) की शताब्दीनगर इंडस्ट्रीयल एरिया में बीआई कंडक्टर कॉपर वायर बनाने की फैक्टरी है। उनके बेटे आमिर खान ने चार अप्रैल को परतापुर थाना पुलिस को पिता इरफान अली के लापता होने की सूचना दी थी। बताया था कि इरफान अली तीन अप्रैल को घर से स्कूटी लेकर फैक्टरी के लिए निकले थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। 

छह अप्रैल को उनकी स्कूटी लावारिस हालत में मिली थी। सोमवार सुबह महरौली रजबहे में फैक्टरी मालिक इरफान अली का गोली लगा शव मिला था। पुलिस ने फैक्टरी के लिए डाई बनाने वाले भूड़बराल निवासी जावेद और उसके साथी रोहित को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया था। 
डाई बनाने के लिए दिए रुपये वापस मांगने पर की हत्या
पुलिस के अनुसार जावेद ने पूछताछ में बताया कि इरफान ने उसे डाई बनाने के लिए पांच लाख रुपये दिए थे। डाई बनाकर न देने पर इरफान रुपये वापस मांग रहे थे। तीन अप्रैल को भी इरफान ने जावेद की खराद की दुकान पर आकर रुपये मांगे। यहां आरोपी ने उनके सिर में लोहे की एंगल मारी, जिससे वह अचेत हो गए।

इसके बाद जावेद और रोहित उन्हें कार में डालकर रोहटा रोड पर ले गए। यहां गोली मारकर हत्या कर दी और शव रजबहे में फेंक दिया था। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मंगलवार को हत्यारोपी कोर्ट में पेश किए गए, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। जेल जाते समय दोनों हत्यारोपी पुलिस के सामने गिड़गिड़ाने लगे थे। बोले साहब, गलती हो गई। 

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