
मुरादाबाद संभल समाचार
संभल में रामनवमी पर 46 वर्ष बाद मंदिर में पूजन हुआ। इसके साथ ही जामा मस्जिद के सामने सत्यव्रत पुलिस चौकी का लोकार्पण भी किया गया। इस पुलिस चौकी को सुरक्षा बढ़ाने के लिहाज से तैयार कराया गया है।
संभल में रामनवमी पर जहां एक तरफ खग्गू सराय स्थित मंदिर पर 46 वर्ष बाद पहली बार पूजा अर्चना की गई है। वहीं दूसरी ओर जामा मस्जिद के सामने निर्माण हुई सत्यव्रत पुलिस चौकी का लोकार्पण भी किया गया है। डीएम और एसपी ने पूजन कर लोकार्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
मालूम हो 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान बवाल के बाद मस्जिद के पास सत्यव्रत चौकी का निर्माण का निर्णय लिया गया था। यह जिले की पहली हाइटेक पुलिस चौकी है। जहां थाने के बराबर ही स्टाफ की तैनाती भी की जाएगी। अतिरिक्त फोर्स भी रहेगी।
इस पुलिस चौकी को सुरक्षा बढ़ाने के लिहाज से तैयार कराया गया है। दो मंजिला इस इमारत में कई कक्ष बनाए गए हैं। जिससे पर्याप्त फोर्स के ठहरने की व्यवस्था भी रहे। भवन को सुसज्जित और हाईटेक बनाया जा रहा है।
जिले का कंट्रोल रूम भी इसी चौकी में बनेगा। पुलिस चौकी में महाभारत के रथ की आकृति मुख्य गेट के सामने तैयार कराई गई है। यह आकृति राजस्थानी पत्थर से तैयार हुई है और राजस्थान के कारीगर ने इसको संवारा है। इस आकृति में गीता के चौथे अध्याय से लिया गया भगवान श्री कृष्ण का प्रसिद्ध श्लोक भी लिखा गया है।
गीता का श्लोक महाभारत के रथ के साथ लिखा
पुराणों में उल्लेख मिलता है कि कलियुग में भगवान का अवतरण संभल में होगा। सत्यव्रत पुलिस चौकी में गीता के चौथे अध्याय से लिया गया श्लोक लिखा है। जिसमें भगवान श्रीकृष्ण अपने अवतार लेने के उद्देश्य और कारण अर्जुन को बताते हैं।
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्गवति भारत, अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्। परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्, धर्म संस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ।।
इसका अर्थ है
जब-जब धर्म की हानि होती है, हे भारत, और अधर्म में वृद्धि होती है, तब-तब मैं अपने रूप को प्रकट करता हूं। साधुओं के उद्धार और दुष्कर्मियों के विनाश के लिए, तथा धर्म की पुनर्स्थापना के लिए, मैं हर युग में प्रकट होता हूं।
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