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राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी। पूरा हंगामा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा की गई टिप्पणी के बाद हुआ। हंगामा के कारण कांग्रेस के छह विधायकों को निलंबित कर दिया गया। इसके बाद विधानसभा के सामने विपक्ष के विधायक धरने पर बैठ गए।

जयपुर। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर भजनलाल शर्मा सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ।

हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी। चौथी बार सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस के विधायकों ने वैल में आकर हंगामा किया। सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग के प्रस्ताव पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित छह विधायकों को विधानसभा में वर्तमान बजट सत्र तक के लिए निलंबित कर दिया गया।

कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित

इसके बाद अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी। विधायकों के निलंबन के खिलाफ कांग्रेस के विधायक सदन में ही धरने पर बैठ गए। कांग्रेस के विधायकों ने रात भर सदन में ही धरना देने का एलान किया 

सोमवार को विधायकों का निलंबन वापस लिए जाने तक कांग्रेस विधायकों ने धरना देने का फैसला किया है

मंत्री की टिप्पणी पर हुआ हंगामा

मंत्री अविनाश गहलोत ने एक सवाल के जवाब में कांग्रेस विधायकों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि 2023-24 के बजट में आपने हर बार की तरह अपनी दादी इंदिरा गांधी के नाम पर योजना का नाम रखा था।

इसी बात पर कांग्रेस विधायक भड़क गए। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मंत्री की टिप्पणी पर विरोध करते हुए कहा कि यह क्या बकवास है। इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री रही हैं। उनके लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने वैल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी।

संसदीय कार्य मंत्री ने स्थिति संभालने की कोशिश की

डोटासरा सहित एक-दो विधायक विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव की टेबल की तरफ बढ़े। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने स्थिति को संभालने की कोशिश करते हुए कहा कि 'दादी' सम्मानजनक शब्द है। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे मंत्री तथ्यात्मक तरीके से जवाब दे रहे थे।

कांग्रेस ने सरकार को घेरा

डोटासरा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सत्तापक्ष सदन नहीं चलाना चाहता है। हम विधानसभा में गाली सुनने नहीं आए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स पर लिखा कि ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार विधानसभा चलाना ही नहीं चाहती, इसलिए कभी उनके मंत्री दिवंगत पीएम पर टिप्पणी करते हैं तो कभी विधायक दिवंगत सीएम पर टिप्पणी करते हैं।