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जीटी रोड पर दौलतपुरा से हापुड़ तिराहा तक एलिवेटेड रोड बनेगी। इससे हजारों वाहन चालकों को जाम की समस्या से राहत मिलेगी। गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र के सांसद अतुल गर्ग ने कहा कि जीटी रोड पर जाम की समस्या का खत्म कराया जाएगा। इसके लिए प्लान तैयार है जल्द ही केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी से मुलाकात करूंगा उनसे मुलाकात के लिए समय मांगा है।

गाजियाबाद। जीटी रोड पर जाम की समस्या के समाधान के लिए दौलतपुरा आरओबी से हापुड़ तिराहा तक एलिवेटेड रोड बनवाई जाएगी। इसके लिए लोक निर्माण विभाग और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों से वार्ता की गई है, जल्द ही केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी से मुलाकात कर इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाया जाएगा।

यह दावा गाजियाबाद के सांसद अतुल गर्ग ने जीटी रोड पर जाम की समस्या को लेकर दैनिक जागरण द्वारा प्रकाशित किए गए समाचार पर संज्ञान लेकर किया है। उन्होंने बताया कि जीटी रोड शहर की सबसे पुरानी रोड है।

जब वह विधायक थे, तब भी इस रोड पर जाम की समस्या के समाधान के लिए प्रयासरत थे। उस वक्त यह कार्य नहीं हो सका, लेकिन अब बतौर सांसद जीटी रोड पर जाम की समस्या का समाधान कराने के लिए तेजी से प्रयास करेंगे।

जीटी रोड पर वाहनों का दबाव होगा कम

जीटी रोड पर सबसे ज्यादा समस्या दौलतपुरा आरओबी से लेकर हापुड़ तिराहा के बीच होती है, यहां पर कटों की संख्या भी अधिक है। एलिवेटेड रोड बनने से मोहन नगर और दिल्ली की ओर से लालकुआं की ओर आवागमन करने वाले वाहन चालकों को जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा, इससे जीटी रोड पर वाहनों का दबाव कम होगा और जाम की समस्या से राहत मिलेगी। यह कार्य एनएचएआई द्वारा ही कराया जाएगा।

40.14 करोड़ के विकास कार्यों का उद्घाटन, सड़कें बनेंगी मॉडल

कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा और महापौर सुनीता दयाल ने शनिवार को एयरफोर्स स्टेशन के सामने सीएम ग्रिड रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट स्कीम के तहत विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। इस परियोजना के पहले चरण में एयरपोर्ट स्टेशन से मोहन नगर चौक और करहेड़ा नाग द्वार रोड से एलिवेटेड रोड गोल चक्कर तक सड़कों को मॉडल रोड बनाया जाएगा। इसमें ड्रेनेज, बिजली के केबल और अन्य सुविधाओं को अंडरग्राउंड किया जाएगा।

इंदिरापुरम की सड़कों पर किया जाएगा सुंदरीकरण

सड़कों के साथ डिवाइडर व फुटपाथ बनाए जाएंगे। इसमें ग्रीनरी की जाएगी। बुजुर्गों व दिव्यांगजनों के लिए बैठने के लिए बेंच और फूड स्टॉल भी होंगे। सड़कों की ऊंचाई बढ़ाई जाएगी ताकि गाड़ियों की गति धीमी हो सके। इस परियोजना की लागत लगभग 40.14 करोड़ होगी। दूसरे चरण में इंदिरापुरम की सड़कों पर सुंदरीकरण किया जाएगा।

कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने कहा कि यह परियोजना शहर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे शहर साफ, सुंदर व हरा-भरा दिखाई देगा। महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि यह परियोजना शहर के नाम को उत्तर प्रदेश व देश में आगे बढ़ाएगी। नगर आयुक्त ने बताया कि पहले चरण में सड़कें बनेंगी। दूसरे चरण में इंदिरापुरम योजना की सड़कों पर कार्य किया जाएगा।

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