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मधुपुर विधानसभा सीट से JMM ने Hafizul Hassan को कैंडिडेट बनाया है। वहींBJP ने गंगा नारायण को मैदान में उतारा है। इस सीट पर कभी जेएमएम तो कभी BJP आगे जा रही है। मधुपुर विधानसभा झारखंड राज्‍य की 81 सीटों में बेहद महत्‍वपूर्ण स्‍थान रखती है। देवघर जिले में आने वाला यह इलाका दुमका लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का भी हिस्‍सा है।

मधुपुर। मधुपुर विधानसभा सीट से JMM ने Hafizul Hassan को कैंडिडेट बनाया है। वहीं,BJP ने गंगा नारायण को मैदान में उतारा है। इस सीट पर कभी जेएमएम तो कभी BJP आगे जा रही है। मधुपुर विधानसभा झारखंड राज्‍य की 81 सीटों में बेहद महत्‍वपूर्ण स्‍थान रखती है। देवघर जिले में आने वाला यह इलाका दुमका लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का भी हिस्‍सा है। शुरुआत से ही इस इलाके में चुनावी कब्‍जे की जंग भाजपा और झामुमो के बीच चलती रही है। इस जंग में दो बार भाजपा तो एक बार झामुमो को जीत हासिल हुई

2005 के विधानसभा चुनाव में यहां से भाजपा नेता राज पालीवार विधायक चुने गए। उन्‍होंने झामुमो के हुसैन अंसारी को हराया। 2009 के चुनाव में पिछली हार का बदला झामुमो के हुसैन अंसारी ने निकाल लिया और जीत हासिल करते हुए विधायक बने। 2014 के चुनाव में भाजपा के राज पालीवार ने फिर से हुसैन अंसारी को हराया और विधायक बने।

2019 के चुनाव में झामुमो के हाजी हुसैन अंसारी ने जीत हासिल की। हालांकि इस सीट पर 2021 में उपचुनाव कराया गया। इस चुनाव में झामुमो के ही हफीजुल हसन विजयी हुए। नगरपालिका क्षेत्र और जिले का उपखंड कार्यालय होने के चलते यह क्षेत्र राज्‍य की सियासत में भी खासा दखल रखता है।

यह क्षेत्र ब्रिटिशकाल में बड़े स्‍तर पर विकसित किया गया और अंग्रेजों ने यहां पर रेल चलाने के लिए मधुपुर जंक्‍शन बनाया। इस जंक्‍शन पर भाप से चलने वाले रेल के इंजनों के लिए कोयले को स्‍टोर किया जाता था। बंगाल के मशहूर लेखक सर आशुतोष मुखर्जी और उमा प्रसाद मुखर्जी इसी इलाके में रहा करते थे। इस इलाके में बहने वाली पथरो नदी और जयंती नदी बारिश के मौसम में विकराल रूप लेकर यहां के लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है।

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