दिल्ली के शाहदरा में झिलमिल कॉलोनी स्थित जय श्रीरामलीला कमेटी में भगवान राम का किरदार निभा रहे सुशील कौशिक की हार्ट अटैक से मौत हो गई। सीता स्वयंवर की लीला के दौरान अचानक सीने में दर्द उठा और वह स्टेज के पीछे जा गिरे। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सुशील कौशिक 30 साल से रामलीला से जुड़े थे।
दिल्ली। राजधानी दिल्ली के शाहदरा इलाके में झिलमिल कॉलोनी स्थित जय श्रीरामलीला कमेटी में शनिवार को भगवान राम का किरदार निभा रहे शख्स की हार्ट अटैक से मौत हो गई। मंच पर सीता स्वयंवर की लीला चल रही थी। मैदान भीड़ से खचाखच भरा था। भगवान श्रीराम का किरदार निभाने वाले सुशील कौशिक कहते हैं, ‘शिव धनुष इस भरी सभा में मेरी लाज रखना।’ इतना बोलते ही उन्होंने एक हाथ से अपना सीना पकड़ा और दर्द से तड़पते हुए स्टेज के पीछे जा गिरे।
इसके बाद अचानक लीला में सन्नाटा छा गया। सब हैरान हो गए कि आखिर हुआ क्या? सुशील कौशिक को तत्काल कैलाश दीपक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनका दो दिन बाद बर्थडे था, लेकिन इससे दो दिन पहले ही उन्होंने प्राण त्याग दिए। उनकी मौत के साथ ही लीला का मंचन बंद कर दिया गया है।
सुशील कौशिक की मौत से परिवार के साथ ही लीला के सभी कलाकार सदमे में हैं। 55 वर्षीय सुशील कौशिक अपने परिवार के साथ शिवा खंड में रहते थे। वह मूलरूप से धौलाना, जिला हापुड़ के रहने वाले थे। परिवार में पत्नी शिखा कौशिक, देवेश कौशिक, बेटी प्रियांशी कौशिक व दो भाई हैं। सुशील पेशे से प्रॉपर्टी डीलर थे।
इलाके के लोग उन्हें राम ही पुकारते थे
उनके छोटे भाई नीरज कौशिक ने बताया कि उनके भाई जय श्रीरामलीला कमेटी में 30 वर्षों से भगवान श्रीराम का किरदार निभा रहे थे। इलाके के लोग उन्हें असली नाम से नहीं पहचानते थे। लोग उन्हें राम कहकर बुलाते थे। शनिवार रात रामलीला का मंचन हो रहा था। 11:30 बजे सीता स्वयंवर हो रहा रहा था। उनका चेहरा देखकर जरा भी नहीं लग रहा था कि उन्हें कोई परेशानी है। वह धनुष उठाने जा रहे थे, अचानक से उन्हें हार्ट अटैक आया और वह स्टेज के पीछे जा गिरे। सात अक्टूबर को सुशील 55 साल के हो जाते। नीरज ने दावा किया उनके भाई को पहले से कोई बीमारी नहीं थी। वह हर रोज सुबह जिम जाते थे और नवरात्र में सात्विक दिनचर्या में रहते थे।
पांच वर्ष बाद निभा रहे थे किरदार
उनके परिजन ने बताया कि कोरोना समेत अन्य कारणों से वर्ष 2019 में श्रीरामलीला कमेटी की लीला बंद हो गई थी। पांच वर्ष के लंबे इंतजार के बाद इस साल फिर से लीला शुरू हुई थी। इसको लेकर सुशील कौशिक काफी उत्साहित थे। उन्होंने अपने घर के सामने पार्क में 12 वर्ष पहले श्रीरघुवंशी रामलीला शुरू करवाई थी। इसमें बच्चे कलाकार होते हैं। उनका बेटा देवेश इस लीला में अंगद का किरदार निभाता है।
रामलीला में स्थानीय कलाकार मंचन करते थे। पिछले 30 वर्षों से सुशील कौशिक रामलीला से जुड़े हुए थे। स्टेज पर उनकी मृत्यु हुई। उनकी मौत से बाकी कलाकर टूट गए हैं। लीला का मंचन बंद कर दिया गया है। - सतीष आहुजा, प्रधान, रामलीला कमेटी
महासंघ ने रविवार को आपात बैठक की
रामलीला महासंघ ने निधन पर दुख जताया श्रीरामलीला महासंघ ने रविवार को आपात बैठक की। महासंघ के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने श्रीराम का किरदार निभाने वाले सुशील कौशिक की मृत्यु पर दुख जताया। अध्यक्ष ने कहा कि सुशील कौशिक अपने पात्र में डूब जाया करते थे, उनके निधन से रामलीला जगत ने एक समर्पित कलाकार खो दिया है।
भारी वस्त्र पहनने व ज्यादा मेकअप करने से हार्ट अटैक नहीं होता है। 50% लोगों के साथ ऐसा होता है कि पहली बार अटैक आने पर ही उनकी मृत्यु हो जाती है। कई बार लोग बाहर से सेहतमंद लगते हैं, लेकिन अंदर से शारीरिक रूप से उन्हें कोई बीमारी होती है। कोलेस्ट्राल के अलावा अटैक के कई कारण होते हैं। - डॉ. नीरज, हृदय रोग विशेषज्ञ, राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल
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