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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में देरी पर मुख्य सचिव ने नाराजगी जताई। उन्होंने 30 जून की समय सीमा को देखते हुए काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने टर्मिनल बिल्डिंग पथवाया नाले और अन्य निर्माणाधीन स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना सरकार की प्राथमिकता है और इससे अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।

जेवर। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पूरा की समय सीमा 30 जून से एक बार फिर फिसलना तय है। कार्य पूरा करने की समय सीमा में महज 12 दिन बचे हैं जबकि एयरपोर्ट का निर्माण अभी 85 से 87 प्रतिशत ही पूरा हो सका है।

समय सीमा में पूरा करने के सख्त निर्देश

निर्माण में देरी से एयरपोर्ट के संचालन में देरी होगा। मंगलवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने निर्माण कार्य के पिछड़ने पर कड़ी नाराजगी जताई, उन्होंने कार्य को तय समय सीमा में पूरा करने के सख्त निर्देश दिए।

समीक्षा बैठक के बाद मुख्य सचिव ने एटीसी, टर्मिनल बिल्डिंग, फ्यूल स्टेशन समेत जल निकासी के लिए बनाए जा रहे पथवाले नाले, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी के लिए बने इंटरचेंज का निरीक्षण किया।

प्रदेश में आर्थिक ग्रोथ को तेज करने के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपाेर्ट का संचालन जल्द से जल्द शुरू करने के लिए प्रदेश सरकार हर संभव कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मार्च में एयरपोर्ट के निर्माण की समीक्षा करते हुए तीस जन तक कार्य पूरा करने की कड़ी हिदायत दी थी। इसके बाद हर माह निर्माण कार्य की समीक्षा हो रही है

युवाओं के लिए पैदा होंगे रोजगार के अवसर

पिछले माह भी मुख्य सचिव ने एयरपोर्ट पर पहुंचकर निर्माण प्रगति का जायजा लेकर तीस जून तक कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए थे। मुख्य सचिव मंगलवार को एक बार फिर एयरपोर्ट पहुंचे । जहां काम की धीमी रफ्तार पर उन्होंने नाराजगी जताई।

उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए काम को तय अवधि में पूरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। मुख्य सचिव ने कहा कि नोएडा एयरपोर्ट प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति देने के साथ-साथ युवाओं के लिए रोजगार एवं व्यापार के नए अवसर सृजित करेगा।

करीब दो घंटे चली बैठक में अधिकारियों ने मुख्य सचिव को अब तक हो चुके कार्यों की जानकारी दी। बैठक में डीजीसीए,एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, के अलावा टाटा प्रोजेक्ट्स, यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि., नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. के अधिकारी मौजूद थे। बैठक के बाद उन्होंने एयरपोर्ट की एटीसी टावर , टर्मिनल भवन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, पथवाया नाला एवं अन्य निर्माणाधीन स्थलों का स्थलीय निरीक्षण किया।

काफी दूर पैदल चलकर कार्य स्थल तक पहुंचे मुख्य सचिव ने पथवाया नाले से पानी बैक करने के लिए एयरपोर्ट परिसर में जल भराव होने पर मुख्य सचिव ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कड़ी नाराजगी जताई। कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से निकलने वाली ड्रेन को इसी पथवाये से जोड़ा जाएगा, इसलिए पथवाया नाले का चौड़ीकरण, साफ सफाई एवं पुलिया निर्माण के कार्य में तेजी लाते हुए समय से गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।

बैठक में डॉ. अरुणवीर सिंह, डीएम मनीष कुमार वर्मा, ओएसडी शैलेंद्र कुमार भाटिया, यापल सीईओ क्रिस्टोफ श्रेलमैन, सीओओ किरन जैन, टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड के विनायक पाई, उप जिलाधिकारी जेवर अभय कुमार सिंह, अधिशासी अभियंता ऊपरी माट शाखा गंग नहर खुर्जा मोर मुकुट, सहायक अभियंता अशोक कुमार जैन, डीजीसीए एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के अधिकारी मौजूद रहे।

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