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पहलगाम आतंकी हमले पर भारत का पक्ष रखने गए प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान की फासीवादी सोच को उजागर किया। रविशंकर प्रसाद ने जनरल आसिफ मुनीर के बयान को फासीवादी बताया जिसके अनुसार हिंदू और मुस्लिम साथ नहीं रह सकते। प्रतिनिधिमंडल ने यूरोप में हुए आतंकी हमलों का उदाहरण दिया जिनमें शामिल आतंकी पाकिस्तान से...

पहलगाम आतंकी हमला और उसके बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखने के लिए यूरोपीय संघ और ब्रिटेन गए प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान की फासीवादी सोच को बेनकाब किया।

भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद की अगुवाई में गए प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष जनरल आसिफ मुनीर के हिंदू और मुस्लिम की अलग-अलग पहचान और एक साथ नहीं रहने को फासीवादी सोच बताया। बता दें कि यूरोप फासीवाद के दंश को झेल चुका है, जो द्वितीय विश्वयुद्ध का कारण बना था।

रविशंकर प्रसाद के अनुसार, किसी के साथ धर्म या नस्ल के आधार पर भेदभाव फासीवाद का मूल है और जनरल मुनीर के बयान के एक हफ्ते में ही पहलगाम में पर्यटकों की धार्मिक पहचान के आधार पर हत्या इसी सोच का प्रतिफल है। सेना और आतंकियों का गठजोड़ ने पाकिस्तान को विश्व के आतंकी फैक्ट्री में तब्दील कर दिया है।

विदेश में प्रतिनिधिमंडल ने गिनाए आतंकी हमले

प्रतिनिधिमंडल ने ब्रिटेन समेत यूरोप के विभिन्न शहरों में पिछले कुछ दशकों में हुए आतंकी हमलों का उदाहरण दिया, जिसमें शामिल आतंकी या तो पाकिस्तान मूल का था या फिर उसकी ट्रेनिंग पाकिस्तान के आतंकी कैंपों में हुई थी। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर  में इन्हीं आतंकी कैंपों को ध्वस्त करने का काम किया है।

रविशंकर प्रसाद के साथ प्रतिनिधिमंडल में शामिल पंजाब से आने वाले कांग्रेस के सांसद अमर सिंह ने पाकिस्तान के नार्को टेरर साजिश का विस्तार से पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि किस तरह से पाकिस्तानी सेना ड्रग्स तस्करी के संगठित गिरोहों का संचालन करती है और उससे होने वाली काली कमाई का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों को चलाने में किया जाता है।

रविशंकर प्रसाद के अनुसार, यूरोपीय संघ, ब्रिटेन व अन्य देशों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख का समर्थन किया। यूरोपीय संघ के प्रमुख ने साफ किया कि आतंकी हमलों और उनके खिलाफ की जाने वाली जवाबी कार्रवाई को एक समान नहीं देखा जा सकता है।

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