कानपुर की सीसामऊ सीट पर मतदान के दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस-प्रशासन पर वोटिंग में बाधा डालने का आरोप लगाया था। उनकी सोशल मीडिया पोस्ट के बाद चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया और दो दारोगाओं को निलंबित कर दिया है। अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग के समक्ष आठ मांगें भी रखी हैं।
कानपुर। कानपुर में सीसामऊ सीट पर जारी मतदान के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस-प्रशासन पर वोटिंग को बाधित करने का आरोप लगाया। सपा प्रमुख की सोशल मीडिया पर पोस्ट के बाद चुनाव आयोग हरकत में आया और उप निरीक्षक अरुण कुमार और राकेश नादर को निलंबित कर दिया है।
बता दें अखिलेश यादव ने एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें यह दोनों सब इंस्पेक्टर लोगों से आई कार्ड मांगते दिखाई पड़ रहे हैं। वीडियो का संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने कह कार्रवाई की है।
अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा-
'अगर निर्वाचन आयोग का कोई जीता-जागता अस्तित्व है तो वो जीवंत होकर, प्रशासन के द्वारा वोटिंग को हतोत्साहित करने के लिए तुरंत सुनिश्चित करे।' इसके साथ ही अखिलेश ने चुनाव आयोग के समक्ष अपनी आठ मांगे रखी हैं।
इसके साथ ही अखिलेश ने चुनाव आयोग के समक्ष अपनी आठ मांगे रखी, जिसमें उन्होंने कहा-
- लोगों की आईडी पुलिस चेक न करे।
- रास्ते बंद न किये जाएं।
- वोटर्स के आईडी ज़ब्त न किये जाएं।
- असली आईडी को नक़ली आईडी बताकर जेल में डालने की धमकी न दी जाए।
- मतदान की गति घटायी न जाए।
- समय बर्बाद न किया जाए, ज़रूरत पड़ने पर वोटिंग का टाइम बढ़ाया जाए।
- प्रशासन सत्ता का प्रतिनिधि न बने।
- चुनावी गड़बड़ी की सभी वीडियो रिकार्डिंग का रीयल टाइम संज्ञान लेकर तत्काल बेईमान अधिकारी हटाए जाएं।
सपा प्रत्याशी ने लगाए
समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक बहुल आबादी क्षेत्रों में पुलिस प्रशासन की ओर से मतदाताओं को रोका जा रहा है। सपा व कांग्रेस के आइएनडीआइए गठबंधन की प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने सुबह दस बजे मीडिया से बातचीत में कहा कि मतदाताओं को मतदान करने से रोका जा रहा है। मतदान केंद्र तक पुलिस पहुंचने नहीं दे रही है
उपचुनाव के लिए बुधवार को मतदान शुरू हाेने से पहले ही शहर के अल्पसंख्यक आबादी वाले इलाकों में बड़ी तादाद में पुलिस बल की तैनाती देखी गई। अनवरगंज स्टेशन बूथ पर एक युवक को वीडियो बनाने के आरोप में पुलिस ने पकड़ा है।
सपा का आरोप है कि उसके कई बूथ एजेंट को भी पुलिस ने पकड़ लिया है और उनके बस्ते हटवा दिए हैं। कई मतदान केंद्रों से शिकायतें आई कि पुलिसकर्मी लोगों को मतदान केंद्र तक पहुंचने नहीं दे रहे हैं। मतदान पर्ची और पहचानपत्र होने के बाद भी लौटाया जा रहा है।
- Log in to post comments