Skip to main content

Kailash Gehlot Resignation कैलाश गहलोत ने रविवार को आम आदमी पार्टी (AAP) और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका इस्तीफा सीएम आतिशी ने भी स्वीकार कर लिया। इसके बाद यह संशय बरकरार था कि इनके विभागों को कौन संभालेगा क्योंकि अगले साल फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2024) होने हैं। अब इसको लेकर भी तस्वीर साफ हो गई है।

नई दिल्ली। कैलाश गहलोत (Kailash Gehlot Resign) के पार्टी और मंत्रीपद से इस्तीफा देने के बाद सवाल था कि उनके विभागों को कौन संभालेगा। अब इसका भी फिलहाल जवाब मिल गया है। गहलोत ने रविवार को इस्तीफा दे दिया था और मुख्यमंत्री आतिशी ने स्वीकार कर लिया था। गहलोत दिल्ली सरकार में परिवहन, प्रशासनिक सुधार, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, गृह और महिला एवं बाल विकास विभाग संभाल रहे थे।

दिल्ली सीएमओ ने जानकारी दी है कि कैलाश गहलोत के सभी विभाग सीएम आतिशी (Delhi CM Atishi) के पास रहेंगे। एलजी वीके सक्सेना को प्रस्ताव भी भेज दिया गया है।

अरविंद केजरीवाल को लिखा खत

पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को लिखे पत्र में कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी की कार्यप्रणाली को लेकर कई गंभीर सवाल उठाए हैं। हालांकि शिष्टाचार के नाते एक विधायक और एक मंत्री के रूप में दिल्ली के लोगों की सेवा करने और उनका प्रतिनिधित्व करने का सम्मान देने के लिए केजरीवाल का धन्यवाद दिया है। मगर साथ ही आप आदमी की कार्यप्रणाली पर सवाल खडे़ किए हैं

आप ने कहा है कि गहलोत के ऊपर ईडी (ED) और आयकर विभाग (Income Tax) की कार्रवाई चल रही थी, उनके पास भाजपा में जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। 

'शीशमहल का किया जिक्र'

गहलोत ने पत्र में आप की दुखती रग शीशमहल से लेकर यमुना की बदहाली को लेकर भी आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा है कि आज पार्टी के सामने गंभीर चुनौतियां हैं। ये चुनौतियां पार्टी के भीतर से हैं, जो उन्हीं मूल्यों से जुड़ी हैं जिनके कारण हम आम आदमी पार्टी में आए हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं लोगों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पर हावी हो गई हैं, जिसके कारण कई वादे अधूरे रह गए हैं। उन्होंने कहा यमुना की सफाई का वादा भी पूरा नहीं किया।

गहलाेत के यहां अक्टूबर 2018 में पड़ा था आयकर का छापा 

आयकर विभाग (Income Tax Raid) ने 10 अक्टूबर 2018 को कैलाश गहलाेत से जुड़े 16 ठिकानों की तलाशी ली थी। गहलाेत से जुड़ी दो फर्मों के खिलाफ जारी कर चोरी की जांच के सिलसिले में यह छापे मारे गए थे। यह छापेमारी 100 करोड़ के टैक्स चोरी के आराेप में हुई थी। गहलाेत के यहां छापे में 35 लाख की नकदी मिली थी। उसके बाद से उस मामले की जांच चल रही है।

News Category