युवक ने पारिवारिक विवाद के चलते नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया और उसका वीडियो इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया। मेटा कंपनी ने इस वीडियो को देखकर उत्तर प्रदेश पुलिस को अलर्ट किया जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए युवक को बचा लिया। युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत अब ठीक है।
शाहजहांपुर। परिवार में विवाद होने पर युवक ने नींद की अधिक मात्रा में गोलियां खाते हुए अपना वीडियो इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया। पुलिस महानिदेशक कार्यालय में इंटरनेट मीडिया सेल को मेटा कंपनी की ओर से अलर्ट मिलने पर महानिदेशक प्रशांत कुमार ने तत्काल संज्ञान लेते हुए एसटीएफ कंट्रोल रूम को अलर्ट किया।
यहां जानकारी मिलने के 15 मिनट के अंदर ही पुलिस युवक तक पहुंच गई। उसके अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत अब ठीक है। कटरा क्षेत्र के एक मुहल्ले में रहने वाले 20 वर्षीय युवक ने नींद की गोली का ओवरडोज खाकर आत्महत्या करने संबंधी
वीडियो इंस्टाग्राम पर गुरुवार रात अपलोड किया था। 11 बजकर पांच मिनट पर मेटा कंपनी की तरफ से पुलिस महानिदेशक कार्यालय स्थित इंटरनेट मीडिया सेंटर को ई मेल के जरिए अलर्ट मिला तो डीजीपी के अलर्ट पर तत्काल कार्रवाई के निर्दैश दिए गए।
पुलिस की मीडिया सेल को मिली
युवक की लोकेशन ट्रेस करके यहां पुलिस की मीडिया सेल को रात 11 बजकर 17 मिनट पर सूचना दी गई। जिसके बाद 15 मिनट के अंदर ही पुलिस युवक के घर पहुंची तो उसकी हालत बिगड़ चुकी थी। उसको सीएचसी ले जाया गया। युवक ने बताया कि स्वजन से कामकाज को लेकर डांट फटकार की वजह से भावावेश में आकर वह आत्महत्या करना चाह रहा था, इसलिए उसने नींद की गोली का ओवरडोज खा लिया था और दवा खाते समय का वीडियो इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया।
पुलिस ने उसकी काउंसिलिंग की। जिस पर उसने भविष्य में ऐसी गलती नही करने का आश्वासन दिया गया। स्वजन ने भीा बेटे की जान बचाने के लिए पुलिस का आभार जताया।
भाई के सामने दो बहनों से छेड़छाड़, विरोध करने पर पीटा
भाई के साथ स्कूल से घर जा रहीं दो सगी बहनों से शोहदों ने छेड़छाड़ की। विरोध करने पर पिटाई कर दी। पुलिस ने तीन आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कर ली लेकिन आरोपितों को गिरफ्तार करने के बजाय एक दिन बाद ही पीड़िता के बाबा समेत कई लोगों पर घर में घुसकर मारपीट करने की प्राथमिकी भी पंजीकृत कर ली गई। पीड़िता के स्वजन ने अब मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
11 नवंबर को दर्ज की थी प्राथमिकी
खुटार क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक ने 11 नवंबर को प्राथमिकी पंजीकृत कराई थी। जिसमें बताया कि वह अपनी दो नाबालिग बहनों को बाइक से स्कूल से घर लेकर जा रहा था। रास्ते में गोलू, अमित व नीशू ने उसकी बाइक को रोक लिया। आरोप है कि दोनों बहनों से छेड़छाड़ शुरू कर दी। इसके बाद मोबाइल नंबर मांगने लगे। भाई ने जब विरोध किया तो उनकी पिटाई कर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर प्राथमिकी तो पंजीकृत कर ली लेकिन आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया।
आरोप है कि पुलिस ने इस प्रकरण में समझौता कराने के उद्देश्य से उनके बाबा समेत कई लोगों पर घर में घुसकर मारपीट करने की प्राथमिकी पंजीकृत करवा दी गई। ऐसे में अब मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर प्रकरण की जांच कराकर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की। पत्र के माध्यम से बताया कि घटना के बाद से ही दोनों बहनें स्कूल जाने से भी घबरा रही है। स्वजन भी किसी अनहोनी की आशंका के चलते भेजने से बच रहे हैं।
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