दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में गिने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने आज ही के दिन क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने अपना आखिरी मैच अपने घर मुंबई के वानखड़े स्टेडियम में खेला था। सचिन का ये आखिरी मैच ऐतिहासिक बना था क्योंकि नेता से लेकर अभिनेता तक मैच के लिए स्टेडियम में पहुंचे थे और भावुक थे।
मुंबई... वो शहर जो जाना जाता है अपनी रफ्तार के लिए। कभी न थमने के लिए। यहां जिंदगी 24 घंटे सड़कों पर टहलती है। इस शहर को कोई रोक नहीं पाया। हमेशा चलने वाला शहर, लेकिन साल 2013 में आज ही के दिन यानी 16 नवंबर को मुंबई थम गई थी। ऐसी थमी थी कि आंखें तक नम थीं। इस शहर की सड़कों की अपनी-अपनी मंजिले हैं, लेकिन उस दिन हर रास्ते की निगाह एक ही जगह पर थी। वो जगह थी ऐतिहासिक वानखेड़े स्टेडियम। भीगी आखों से सिर्फ मुंबई ही नहीं पूरा विश्व वानखेड़े को देख रहा था क्योंकि क्रिकेट का भगवान विदाई ले रहा था।
सचिन तेंदुलकर। क्रिकेट की दुनिया को वो बादशाह जिसके मैदान पर कदम रखते से ही सामने वाली टीम कांप जाती थी। सम्मान इतना की जब आखिरी मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ वह आउट हुए तो विपक्षी टीम ने जश्न नहीं मनाया। कैच पकड़ने वाले विंडीज के कप्तान डैरेन सैमी भी सिर झुकाए कह रहे थे... 'काश ये कैच छोड़ सकता'
दमदार पारी
सचिन ने अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच अपने घर मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला था। ये मैच 14 नवंबर से शुरू हुआ था जो 18 तारीख तक चलना था लेकिन टीम इंडिया ने इसे 16 नवंबर को ही खत्म कर दिया। टीम इंडिया ने ये मैच पारी और 126 रनों से अपने नाम किया था। सचिन ने इस मैच में भारत की पहली पारी में 74 रन बनाए थे। 15 तारीख को वह आउट हो गए थे और ये उनकी आखिरी पारी साबित हुई। अपने आखिरी मैच में वह शतक से चूक गए थे। नरसिंह देवनारयण ने उन्हें आउट किया था। स्लिप में सैमी ने कैच लपका था जिसके बाद वह निराश थे।
स्टेडियम में उतरे सितारे
ये आम मैच नहीं था। सचिन के करियर का 200वां मैच और आखिरी मैच भी। भारत के करोड़ों फैंस को अपने बल्ले से खुशी देने वाले सचिन के लिए वानखेड़े में मानो पूरा यूनिवर्स उतर आया हो। नेता से लेकर अभिनेता तक, सभी मैच में सचिन को देखने पहुंचे थे। मैच खत्म होने के बाद सचिन ने अपनी सबसे पसंदीदा जगह पिच को चूमा और पवेलियन लौटते हुए भावुक हो गए। भावुक सिर्फ सचिन नहीं थे। स्टेडियम में बैठ हर शख्स था। मुंबई की सड़कों पर जो जनता थी वो भी भावुक थी। हर कोई स्टेडियम के अंदर होना चाहता था। सचिन को आखिरी बार देखना चाहता था।
पूरा विश्व क्रिकेट सचिन के लिए तैयार था। क्रिकेट की दुनिया के नामी देश सचिन की विदाई पर गमगीन तो थे ही लेकिन ये मानने से बिल्कुल नहीं कतरा रहे थे कि वो निवर्विाद दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में से एक हैं। उनके जैसा बल्लेबाज कोई दूसरा नहीं।
सचिन की स्पीच
मैच खत्म होने के बाद सचिन ने स्पीच दी जिसमें अपने परिवार से लेकर अपने कोच, दोस्तों, टीम के साथी सभी का शुक्रिया अदा किया। ये स्पीच, सिर्फ स्पीच भर नहीं थी। बल्कि क्रिकेट के दीवानों के लिए वो शब्द थे जिन्हें वो जिंदगी भर संजो कर रखना चाहते थे। सचिन की स्पीच ने सभी को भावुक कर दिया। उनकी पत्नी अंजलि, बेटा अर्जुन और बेटी सारा,भाई अजीत और मां भी मौजूद थीं।
सचिन की इस विदाई के बाद कई लोगों ने क्रिकेट देखना छोड़ दिया। ये उनके लिए शायद आखिरी पल था जब वह क्रिकेट देख रहे थे। अपने 24 साल के करियर में सचिन ने दुनिया भर के फैंस को दिखाया कि क्रिकेट कैसे खेली जाती है। भारत के फैंस को कई यादगार पारियां दी जिनकी तुलना तक नहीं की जा सकती। बेशक सचिन के बनाए कई रिकॉर्ड टूट जाए लेकिन उन्होंने जो काम किया, जो बल्लेबाजी दिखाई उसके आगे कोई नहीं जा सकता
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