चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की शुरुआत 19 फरवरी से होनी है। 9 मार्च तक चलने वाले इस टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान टीम को सौंपी गई है। हालांकि भारतीय टीम ने पाकिस्तान की यात्रा करने से साफ मना कर दिया है। बीसीसीआई का कहना है कि सरकार टीम को पाकिस्तान भेजने के पक्ष में नहीं है। अब बीसीसीआई ने आईसीसी को इसका कारण भी बताया है।
चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन अगले साल होना है। हालांकि, यह टूर्नामेंट अब पाकिस्तान में होगा भी या नहीं यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी सौंपी गई है। ऐसे में बीसीसीआई ने आईसीसी को साफ कर दिया किया भारतीय टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगी।
भारत और पाकिस्तान राजनीतिक तनाव के कारण द्विपक्षीय सीरीज भी नहीं खेलते हैं। दोनों देश केवल आईसीसी और एशियाई क्रिकेट परिषद के इवेंट में एक-दूसरे के खिलाफ खेलते हैं। भारतीय टीम ने आखिरी बार साल 2006 में पाकिस्तान का दौरा किया था।
पाकिस्तान नहीं जाएगी भारतीय टीम
- चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम पड़ोसी मुल्क की यात्रा नहीं करेगी।
- हालांकि, बीसीसीआई हाइब्रिड मॉडल में टूर्नामेंट खेलने के लिए तैयार है।
- दूसरी ओर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सख्त रुख अपनाया है।
- पीसीबी 'हाइब्रिड मॉडल' में टूर्नामेंट के आयोजन के लिए तैयार नहीं है।
- पीसीबी चीफ मोहसिन नकवी साफ कर चुके हैं कि पूरा टूर्नामेंट पाकिस्तान में ही खेला जाएगा।
- पीसीबी ने आईसीसी से इस बात का जवाब भी मांगा है कि भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान का दौरा क्यों नहीं कर रही है
निशाने पर होंगे भारतीय खिलाड़ी
स्पोर्ट्स तक की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई के जवाब में भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों की सुरक्षा के डर का जमकर जिक्र है। रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई जो जवाब आईसीसी को भेज रहा है, उसके साथ एक फाइल है जिसमें पाकिस्तान में आतंकवादी घटनाओं का उल्लेख किया गया है। इसमें सीमा पार आतंकवाद का जिक्र किया गया है
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि भारतीय खिलाड़ी पाकिस्तान में संभावित रूप से आतंकवादियों के निशाने पर हो सकते हैं। भले ही भारतीय क्रिकेट टीम को आम लोगों का भरपूर प्यार मिले, लेकिन इस बात की संभावना हमेशा बनी रहती है कि आतंकवादी भारतीय क्रिकेट टीम को निशाना बना सकते हैं। 2009 में पाकिस्तान में श्रीलंका टीम पर हमला हुआ था।
आईसीसी के पास क्या हैं ऑप्शन
- पीसीबी और बीसीसीआई अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। मामले को सुलझाने की जिम्मेदारी आईसीसी के कंधों पर है। ऐसे में आईसीसी के पास केवल तीन विकल्प हैं।
- चैंपियंस ट्रॉफी को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया जाए। इस फैसले से आईसीसी और पीसीबी को भारी नुकसान हो सकता है।
- पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को बीसीसीआई के हाइब्रिड मॉडल प्रस्ताव पर सहमत हो जाना चाहिए। ऐसे में टूर्नामेंट के 15 में से पांच मैच यूएई में खेले जाएंगे।
- चैंपियंस ट्रॉफी को पूरी तरह से पाकिस्तान से बाहर कर दिया जाए। इस फैसले से पीसीबी को टूर्नामेंट से अपनी टीम की भागीदारी को पूरी तरह से वापस लेने का फैसला करना पड़ सकता है।
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