झारखंड में एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे के बाद भाजपा विधायक केदार हजरा और आजसू पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष उमाकांत रजक ने शुक्रवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का दामन थाम लिया। दोनों नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जमकर तारीफ की और कहा कि वे आदिवासी समाज को आगे बढ़ाने के लिए झामुमो में शामिल हुए हैं।
रांची। झारखंड में एनडीए के घटक दलों में सीटों के बंटवारे के साथ ही भगदड़ की शुरूआत हो गई। शुक्रवार को जमुआ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक केदार हाजरा और आजसू पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष उमाकांत रजक ने सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का दामन थाम लिया।
पार्टी केदार हाजरा को जमुआ और उमाकांत रजक को चंदनक्यारी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारेगी। दोनों नेता एक साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और हेमंत सोरेन की तारीफ के पुल बांधे।
हेमंत सोरेन ने इस मौके पर दोनों का स्वागत करते हुए कहा कि गठबंधन राज्य की सभी सीटों पर भाजपा को हराने का काम करेगी। झारखंड के दो जुझारू और कर्मठ नेताओं का अपने हजारों समर्थकों के साथ झामुमो परिवार में हार्दिक स्वागत है। भाजपा को सभी 81 सीटों पर इस बार डिब्बे में बंद करने का काम झारखंड की जनता करेगी।
रघुवर सरकार में भाजपा को क्यों नजर नहीं आया घुसपैठ
झामुमो में शामिल होने वाले नेताओं ने भाजपा पर निशाना साधा। आरोप लगाया कि भाजपा नफरत फैलाकर राज्य का माहौल बिगाड़ना चाहती है।
उमाकांत रजक ने कहा कि वे घर वापसी कर रहे हैं। बाहरी नेता झारखंड का माहौल खराब करने की साजिश रच रहे हैं। ऐसे लोगों को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में रोकने का काम किया जाएगा।
उन्होंने सवाल उठाया कि चुनाव के समय ही भाजपा को घुसपैठ क्यों नजर आ रहा है? इससे पहले रघुवर दास की सरकार में भाजपा को घुसपैठ क्यों नजर नहीं आया? यह एक गलत धारणा बनाने का भाजपा का षड्यंत्र है। जनता इसे समझ चुकी है।
भाजपा विधायक केदार हाजरा ने कहा कि आदिवासी समाज आगे बढ़ाने के लिए झामुमो में शामिल होने का फैसला लिया है। वे हेमंत सोरेन की कार्यशैली से प्रभावित हैं।
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