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शिमला मस्जिद विवाद पर कंगना रनौत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश में पिछले एक डेढ़ साल में जिस तरह से समुदाय विशेष के लोगों की संख्या बढ़ी है। उससे अपनी सुरक्षा को लेकर प्रदेश की जनता चिंतित है। मंडी सांसद ने कहा कि सरकार खामोश है इसलिए लोगों ने अब चीजें अपने हाथ में ली हैं।

मंडी।अभिनेत्री एवं मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा कि फर्जी नामों का उपयोग और अन्य धर्मों के नाम पर व्यवसाय चलाना गलत है।

प्रदेश में पिछले एक डेढ़ वर्ष से जिस तरह एक समुदाय विशेष के लोगों की संख्या बढ़ी है। उससे अपनी सुरक्षा को लेकर प्रदेश की जनता चिंतित है। प्रदेश सरकार खामोश बनकर बैठी है, इसलिए लोगों ने अब चीजें अपने हाथ में ली हैं।

बाहरी लोग प्रदेश की सुरक्षा के लिए खतरा बन गए हैं। वोट बैंक बनाने के लिए बाहर से आए लोगों का उपयोग किया जा रहा है। शुक्रवार को मंडी में मीडिया से बात करते हुए कंगना रनौत ने मस्जिद विवाद पर कहा कि वह हमेशा शरणार्थियाें व घुसपैठियों का मुद्दा उठाती आई हैं।

पड़ोसी देशों से हो रही घुसपैठ चिंता का विषय है। यदि कोई किसी देश की नागरिकता या पहचान चाहता हैं, वह प्राप्त कर सकता हैं। बशर्ते असली नाम व पहचान से सरकार के पास आवेदन करें।

हम मूर्ख और कायर नहीं हो सकते: कंगना

कंगना ने कहा कि हम इतने मूर्ख और कायर नहीं हो सकते हैं। कश्मीर में जो हुआ वह 1000 वर्ष पुरानी घटना नहीं है। वह केवल 1990 के दशक में हुआ था।

वहां की जनसांख्यिकी कैसे बदल गई है। यह हमने देखा है।हिमाचल की जनता शांतप्रिय है,लेकिन अपने दायित्व को नहीं भूली हैं। मातृभूमि व बेटियों की रक्षा करना यहां अच्छी तरह जानती है। प्रवासियों की जांच जरुरी है।

सेंसर बाेर्ड दायित्व लें जल्द रिलीज करवाएं इमरजेंसी फिल्म

अपनी फिल्म इमरजेंसी पर कंगना रनौत ने कहा कि जिस तरह से मैंने फिल्म बनाई है,मुझे फिल्म इंडस्ट्री से कोई समर्थन नहीं मिला। मैं अन्य सहयोगियों के साथ फिल्म की निर्माता हूं। रिलीज में देरी सभी के लिए नुकसान हो रहा है। मुझे लगता है कि सेंसर बोर्ड को इस फिल्म को जल्द से जल्द रिलीज करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।