शुक्रवार की देर शाम बिहटा के सिकंदरपुर स्थित एनआईटी पटना में पढ़ रही दूसरे वर्ष की एक छात्रा के द्वारा आत्महत्या कर लेने का मामला प्रकाश में आया है। घटना के सूचना के बाद एनआईटी के स्टूडेंट आक्रोशित हो गए। हाथ मे कैंडिल लेकर कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। मामले को शांत करवाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
पटना। बिहटा थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर स्थित निर्माणाधीन एनआईटी (राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान) परिसर स्थित महिला छात्रावास में रह रही छात्रा पल्लवी रेड्डी (19 वर्ष) ने शुक्रवार की देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे आक्रोशित बिहटा और पटना एनआइटी कैंपस के छात्र सड़क पर उतर गए और हंगामा करने लगे। छात्रों के हंगामा को देखते हुए एनआइटी कैंपस बिहटा बंद कर दिया गया है। छात्रा की आत्महत्या के बाद बाहरी लोगों का प्रवेश बंद है।
छात्रों ने जमकर की नारेबाजी और हंगामा
हाथ में तख्ती लेकर छात्र एनआईटी गेट पर बैठ गए और नारेबाजी की। सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। विद्यार्थियों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन देर रात तक वे धरने पर बैठे रहे। इधर, विद्यार्थियों के आक्रोश के सामने पुलिस अधिकारी मूकदर्शक बने रहे। पल्लवी ने किन परिस्थितियों में आत्महत्या और कब और कैसे आत्मघाती कदम उठाए? इन सारे सवालों के जवाब देर रात तक नहीं मिल पाए थे।
हादसे के बाद एनआईटी अधिकारियों ने फोन उठाना बंद कर दिया
हादसे के बाद से एनआईटी अधिकारियों ने फोन उठाना बंद कर दिया। पीरबहोर थानेदार अब्दुल हलीम ने बताया कि विद्यार्थियों को समझाने का प्रयास जारी है। बताया जाता है कि एनआइटी में द्वितीय वर्ष की छात्रा पल्लवी रेड्डी आंध्रप्रदेश की राजधानी हैदराबाद के आनंदपुरा की रहने वाली थी। लगभग दो महीने पहले उसे बिहटा स्थित निर्माणाधीन परिसर के छात्रावास में शिफ्ट किया गया था। वहां पल्लवी के अलावा करीब दो सौ छात्राएं रह रही थीं।
रात करीब साढ़े दस बजे पल्लवी की मौत की सूचना एनआइटी परिसर में फैल गई
हालांकि, जहां एनआइटी का निर्माण हो रहा है, वहां कई तरह की सुविधाओं का अभाव है। सूत्रों के मुताबिक, रात करीब साढ़े दस बजे पल्लवी की मौत की सूचना एनआइटी परिसर में फैल गई। संस्थान के अधिकारी सही जवाब नहीं दे रहे थे। पुलिस अधिकारियों ने भी पहुंच कर छात्रा की सहपाठियों को घटना के बारे में सही जानकारी नहीं दी, जिससे विद्यार्थियों का आक्रोश बढ़ गया। इसकी जानकारी जब एनआइटी, पटना के विद्यार्थियों को हुई तो वे आग-बबूला हो गए।
वी वांट जस्टिस के पोस्टर लेकर सड़क पर उतर गए छात्र
वी वांट जस्टिस के पोस्टर लेकर सड़क पर उतर गए और वाहनों का आवागमन बाधित करने की कोशिश की। एनआइटी छात्रों का आरोप है कि बिहटा के सुदूर इलाके में संस्थान का निर्माण कराया जा रहा है। जल्दबाजी में वहां महिला छात्रावास को शिफ्ट कर दिया गया। इससे छोटी-छोटी जरूरतों के लिए छात्राओं को बाहरी लोगों पर निर्भर रहना पड़ता है।
निर्माण कार्य की वजह से मजदूर भी बेरोक-टोक छात्रावास में प्रवेश कर जाते हैं। सुरक्षा की कमी के कारण छात्राएं अक्सर तनाव में रहती हैं। छात्रों का कहना है कि संस्थान की ओर से पल्लवी की मौत के बारे में कोई ठोस जानकारी और साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराए गए। उसके साथ पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने कहा कि पल्लवी आत्मविश्वासी और साहसी युवती थी।
उसने आत्महत्या क्यों की, यह समझ से परे है। निश्चित ही वह किसी तनाव में रही होगी। पूरे मामले की केंद्रीय एजेंसी से जांच करानी चाहिए। छात्रों ने कहा कि पल्लवी को इंसाफ दिलाने के लिए वे शासन-प्रशासन से लोहा लेने के लिए तैयार हैं।
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