हिमाचल में बारिश को देखते हुए अंदेशा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में सर्दियों की दस्तक हो चुकी है। बारिश के कारण लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बीते बुधवार को तेज वर्षा के चलते प्रदेश भर में 50 सड़कें बंद थीं। वहीं आज के लिए मौसम विभाग ने चार जिलों में तूफान और तेज वर्षा का अलर्ट जारी किया है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश और जलभराव के कारण 50 सड़कें बंद हैं और 63 बिजली आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं। प्रदेश में आने वाले कुछ दिनों तक इसी तरह के मौसम बने रहने की आशंका है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश और तूफान की चेतावनी भी जारी की है।
तूफान का यलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग के अनुसार, कांगड़ा, चंबा, कुल्लू व मंडी जिले में 19 सितंबर को वर्षा के साथ तूफान चलने का यलो अलर्ट जारी किया है। मंगलवार रात शिमला सहित अन्य स्थानों पर भारी वर्षा हुई थी। शिमला में लगातार वर्षा होने से तापमान में गिरावट दर्ज की है
बुधवार को शिमला में 0.5 व कल्पा में 18.0 मिलीमीटर वर्षा हुई है। ऊना में सबसे अधिक 34.8 डिग्री सेल्सियस व केलंग में सबसे कम 8.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया है।
निगुलसरी के पास NH बहाल
जनजातीय जिला किन्नौर के निगुलसरी के समीप अवरूद्ध राष्ट्रीय राजमार्ग सभी वाहनों के लिए बहाल कर दिया है। मंगलवार दोपहर निगुलसरी ब्लाक प्वाइंट में करीब 70 मीटर मार्ग धंस गया था। इसे बहाल करने के लिए दोनों ओर से मशीनें लगाकर रात करीब 11 बजे नए सिरे से मार्ग का निर्माण कर दोनों छोर मिला दिए थे
राज्य परिचालन आपातकालान केंद्र के अनुसार, बुधवार सुबह तक शिमला में 21 सड़कें, मंडी में 13, कांगड़ा में 10, कुल्लू में पांच और सिरमौर जिले में एक सड़क बंद थी। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को राज्य के छह जिलों के अलग-अलग इलाकों में आंधी-तूफान और बिजली गिरने का 'येलो' अलर्ट जारी किया था।
172 लोगों की मौत
अधिकारियों के मुताबिक, 27 जून को मानसून की शुरुआत से लेकर सोमवार शाम तक राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 172 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 30 लोग अभी भी लापता हैं। उन्होंने कहा कि राज्य को 1,327 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
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