पुलिस कप्तान राजीव मिश्रा ने लगातार दूसरे दिन मंगलवार की सुबह पटना पूर्वी क्षेत्र के कई थानों में दबिश दी। इस दौरान थानेदार से लेकर सिपाहियों तक में हड़कंप मच गया। एसएसपी ने औचक निरीक्षण के दौरान कई पुलिस पदाधिकारियों को चेताया तो कुछ को शाबाशी भी दी। उन्होंने विभिन्न थाना क्षेत्रों में सुबह की गश्ती का भी जायजा लिया। हालांकि निरीक्षण के दौरान किसी पर कार्रवाई नहीं हुई।
पटना। पुलिस कप्तान राजीव मिश्रा मंगलवार की सुबह एसएसपी कंकड़बाग, पत्रकार नगर और चित्रगुप्त नगर थानों में गए। इससे पहले उन्होंने मध्य क्षेत्र के एसकेपुरी थाने का निरीक्षण किया था।
जिन इलाकों में सुबह की सैर करने वाले लोगों की संख्या अधिक होती है, वहां जाकर एसएसपी ने गश्ती दल का जायजा लिया। फिर, थानों में जाकर पुलिसकर्मियों की कार्यशैली देखी। इस दौरान उन्होंने थानों की हाजत में बंद लोगों को बुला कर पूछताछ की और पता लगाया कि उन्हें किस कारण यहां रखा गया है।
गौर हो कि सोमवार को एसएसपी ने कोतवाली, सचिवालय, शास्त्री नगर, बुद्धा कालोनी, एसकेपुरी और गांधी मैदान थानों का औचक निरीक्षण किया था।
इसके पीछे का कारण है कि डीजीपी आलोक राज ने पदभार ग्रहण करने के बाद राजधानी में बढ़ते क्राइम ग्राफ पर चिंता व्यक्त की थी और अपराध नियंत्रण के लिए अधिकारियों को सड़क पर उतरने का निर्देश दिया था।
रोको-टोको अभियान में लगी डीएसपी-एसपी की ड्यूटी
एसएसपी ने मंगलवार की रात में रोको-टोको अभियान में डीएसपी-एसपी की ड्यूटी लगाई और उन्हें गश्ती दल की कार्यशैली पर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया। साथ ही स्वयं भी गश्ती में सहभागी बनने को कहा गया था।
रोस्टर ड्यूटी के अनुसार, पुलिस अधीक्षक (अपराध) संतोष कुमार को जिले भर में भ्रमण करने का निर्देश दिया गया
वहीं, मध्य क्षेत्र में एसडीपीओ (विधि-व्यवस्था, द्वितीय) दिनेश कुमार पांडेय, पूर्वी क्षेत्र में एसडीपीओ (पटना सिटी, द्वितीय) गौरव कुमार, पश्चिमी क्षेत्र में एसडीपीओ (फुलवारीशरीफ, द्वितीय) दीपक कुमार और ग्रामीण क्षेत्र में एसडीपीओ (बाढ़, द्वितीय) अभिषेक सिंह सड़क पर रोको-टोको अभियान चलाते नजर आए।
गौर हो कि पूर्व में भी रात्रि गश्ती के लिए एसपी-डीएसपी की रोस्टर ड्यूटी लगाई जाती थी। समय बीतने के साथ यह व्यवस्था ध्वस्त होती चली गई।
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