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पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव के पिता चंद्र नारायण यादव का निधन हो गया है। उन्होंने पटना के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली। उनके निधन के बारे में पप्पू यादव ने खुद ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी। इस घटना के बाद सियासी गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है। पप्पू यादव ने ट्वीट के साथ एक तस्वीर भी साझा की है।

पटना। पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव के पिता चंद्र नारायण यादव अब इस दुनिया में नहीं रहे। पटना के एम्स अस्पताल में उनका निधन हो गया है। पप्पू यादव ने ट्वीट के जरिए पिता के निधन के बारे में जानकारी दी। 

पप्पू यादव ने एक तस्वीर साझा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि मेरी दुनिया उजड़ गई! मेरे सृजनकर्ता, आदर्श, मेरे विचारकेंद्र, मेरे प्रेरणाश्रोत, मेरे पथप्रदर्शक, मेरी शक्ति के उत्स पिताजी नहीं रहे! पापा आपके बिना मैं कुछ नहीं! 

इस दुखद घटना से पूरा परिवार सहित पुर्णिया वासी शोक में डूबे हैं। सांसद पप्पू यादव के साथ उनकी मां शांति प्रिया, पत्नी राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन, पुत्र सार्थक रंजन, पुत्री प्रकृति रंजन, बहन डॉ. अनीता रंजन, उनके पति डॉ. जितेंद्र सिंह यादव और अन्य पारिवारिक सदस्य पटना से पूर्णिया लौट रहे हैं। उनका अंतिम संस्कार आज उनके पैतृक गांव खुर्दा, मधेपुरा में किया जाएगा।

उनका निधन समाज और परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। सांसद के समर्थक और शुभचिंतकों ने इस कठिन समय में पप्पू यादव और उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त जता रहे हैं।

सांसद पप्पू यादव के करीबी राजेश यादव ने बताया कि संसद के पिता के निधन से सभी कार्यकर्ता मर्माहत हैं। उन्होंने बताया कि शव  का अंतिम संस्कार पूर्णिया में किए जाने की संभावना है।

काफी समय से बीमार चल रहे थे चंद्र नारायण यादव

बता दें कि चंद्र नारायण यादव काफी समय से बीमार चल रहे थे। कुछ ही दिनों पहले उन्हें पूर्णिया से पटना एम्स में लाया गया था। जब उन्हें पटना लाया गया तब उनके साथ पप्पू यादव भी अस्पताल में मौजूद थे। पप्पू यादव ने इसके बारे में भी ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी थी। 

उन्होंने 9 सितंबर को एक ट्वीट में लिखा कि मेरे पिताजी पटना एम्स में इलाजरत हैं। कल ही उन्हें पूर्णिया से पटना एम्स लाए हैं। जनसेवा के तमाम दायित्वों को अपने सहयोगियों को सौंप पिताजी की सेवा के लिए पटना में हूं। मेरे सृजनकर्ता ही नहीं, वह मेरी विचारधारा और दर्शन के भी निर्माता हैं, उनका सानिध्य मेरी सर्वोच्च शक्ति है।