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उत्तराखंड में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन का असर दिखने लगा है। अब तक 81 हजार करोड़ रुपये के निवेश करार धरातल पर उतर चुके हैं। इस वर्ष मार्च तक 71 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों की ग्राउंडिंग हो गई थी। अब उद्योग विभाग जल्द ही एक और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन करने जा रहा है।

देहरादून। प्रदेश में गत वर्ष आयोजित हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन का प्रभाव दिखने लगा है। अभी तक प्रदेश में 81 हजार करोड़ की राशि के निवेश करार धरातल पर उतर चुके है। इस वर्ष मार्च माह तक 71 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों की ग्राउंडिंग हो गई थी। अब उद्योग विभाग जल्द ही एक और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन करने जा रहा है, जिसमें प्रदेश में धरातल पर उतरे निवेश करारों के संबंध में जानकारी दी जाएगी।

प्रदेश सरकार ने गत वर्ष दिसंबर में वैश्विक निवेशक सम्मेलन का आयोजन किया था। दो दिवसीय इस सम्मेलन में देश-विदेश के विभिन्न औद्योगिक समूहों के साथ 3.56 लाख करोड़ के निवेश करार किए गए थे। सम्मेलन के बाद मार्च, 2024 में उद्योग विभाग ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरामनी का आयोजन किया। इस अवधि तक 71 हजार करोड़ के पूंजी निवेश को हरी झंडी दिखाई जा चुकी है।

इस दौरान यह कहा गया कि 10 हजार करोड़ से अधिक के करार पर अंतिम स्तर पर कार्य चल रहा है। ये करार भी धरातल पर उतर चुके हैं। प्रदेश सरकार की ओर से दिया जा रहा औद्योगिक अनुकूल वातावरण और सुरक्षा के माहौल ने निवेशकों को यहां निवेश करने के लिए प्रेरित किया है।

इसके साथ ही विभिन्न प्रकार की अनुमति भी सिंगल विंडो सिस्टम के जरिये ही दी जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं इस दिशा में उठाए जा रहे कदमों पर नजर रख रहे हैं। यही कारण है कि इनमें से कई कंपनियों ने उत्पादन भी शुरू कर दिया है।

इन क्षेत्रों में हो रहा पूंजी निवेश

निवेशक सम्मेलन में ऊर्जा, वैकल्पिक ऊर्जा, पर्यटन, उद्योग, स्वास्थ्य, फार्मा, आयुष, औद्यानिकी, आवास के क्षेत्र में उद्यम आगे आए हैं। इस समय जो करार धरातल पर उतरे हैं, उनमें सबसे अधिक मैन्युफैक्चरिंग यानी उत्पादन क्षेत्र के हैं। ऊधम सिंह नगर और हरिद्वार में सबसे अधिक पूंजी निवेश हो रहा है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ‘प्रदेश में वैश्विक निवेशक सम्मेलन में हुए करार लगातार धरातल पर उतर रहे हैं। सरकार उद्यमियों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करा रही है। उद्यमियों की सहायता के लिए सिंगल विंडो सिस्टम के जरिये सभी स्वीकृतियां दी जा रही हैं। पूंजी निवेश का सपना साकार हो रहा है। इससे व्यापार, विकास और विश्वास का वातावरण बन रहा है। सरकार निवेशक सम्मेलन में हुए करार की शत-प्रतिशत ग्राउंडिंग कराएगी।’