बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बिहार में अपराध को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। जिसने सभी लोगों को चौंका दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी पटना में पिछले छह महीने में हत्या की 175 घटनाएं हुईं हैं। इसको लेकर तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर करारा हमला बोला है। इसके साथ उन्होंने एक सुझाव भी दिया है।
पटना। प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गए हैं। एक ओर वे मतदाताओं को लुभाने के लिए घोषणाएं करने में जुटे हैं तो दूसरी ओर प्रदेश की विधि-व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरने का मौका भी नहीं छोड़ रहे।
गुरुवार को नेता विरोधी दल ने अपराध को घटनाओं को लेकर फिर सरकार को घेरा। तेजस्वी ने कहा कि प्रदेश में बेलगाम अपराध और ध्वस्त विधि-व्यवस्था को कारण रोज सैकड़ों लोगों की सत्ता प्रायोजित पूर्व नियोजित हत्याएं हो रही हैं।
पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात
उन्होंने कहा कि किसी पुलिस अधिकारी पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई एवं तबादला करने करने की बजाय अपराध वाले क्षेत्र, जिलों में उन्हें लंबी अवधि तक पोस्टिंग दी जा रही है। यह तब तक रहेगी जब तक पोस्टिंग के वक्त निवेश की गई राशि पर लाभांश न मिल जाए।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुषुप्त अवस्था में हैं। उनकी पुलिस अपराध रोकथाम नहीं बल्कि शराबबंदी के नाम पर धन शोधन में व्यस्त है।
उन्होंने हत्याओं का एक आंकड़ा भी पोस्ट में डालकर कहा कि हत्याओं की ये घटनाएं केवल पटना शहर के पुलिस के आंकड़े हैं, लेकिन सच्चाई इससे भी कई गुणा भयावह है।
आंकड़ों के माध्यम से तेजस्वी ने बताया कि पिछले छह महीने के दौरान पटना में कुल 175 हत्याएं हुईं हैं। वहीं,
108 लूट, 23 डकैती, 489 घर में चोरी और 2936 गाड़ी चोरी के मामले हुए हैं।
बता दें कि अगले साल बिहार में विधानसभा चुनाव है। इसको लेकर, तेजस्वी ने कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत, वह हर जिले में जाकर अपने कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं।
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