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 मगरमच्छ की आंख में अंगुली घुसेड़ दी जिससे वह बच गया। घायल किसान का इलाज चल रहा है। इलाके में मगरमच्छों की बढ़ती संख्या से लोग भयभीत हैं और प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

वाल्मीकिनगर। वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के चमैनिया नाला से बुधवार की सुबह सात बजे निकलकर मगरमच्छ ने एक किसान पर हमला कर दिया। जान बचाने के लिए किसान भी मगरमच्छ से भिड़ गया और उसके बायीं आंख में अंगुली घुसेड़ दी जिससे उसकी जान बची।

हमले में उसके हाथ पर गंभीर चोट लगी है। घायल किसान को वाल्मीकिनगर स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के बाद अनुमंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया गया। इलाज के बाद वह खतरे से बाहर है।

स्वजन के अनुसार, कनघुसरी निवासी 55 वर्षीय किसान व्यास गोंड पर मगरमच्छ ने उस समय हमला बोल दिया जब वह पास में ही स्थित एक नाले के किनारे शौच करने गए थे। अचानक मगरमच्छ ने हमला कर दिया। व्यास ने हिम्मत नहीं हारी।

उन्होंने अपना दायां हांथ छुड़ाने के लिए बाएं हांथ की अंगुली मगरमच्छ की आंख में घुसेड़ दी। जिससे मगरमच्छ पीछे हटा और उनकी जान बच गई। घटना से इलाके के लोग भयभीत हैं और उन्होंने प्रशासन से मगरमच्छों की बढ़ती संख्या पर कार्रवाई की मांग की है।

बाढ़ के दौरान नाले में आ गए मगरच्छ

गंडक में पिछले दिनों आई बाढ़ के बाद कई मगरमच्छ इलाके के नहरों और तालाबों में प्रवेश कर गए हैं। ये मगरमच्छ अब रिहायशी इलाकों के पास भी देखे जा रहे हैं। गंडक नदी में बाढ़ आने के कारण मगरमच्छ नहरों में भी पहुंच आए हैं।

नहीं सुनते अधिकारी

मछली पालक नंद किशोर सहनी ने बताया कि ऐतिहासिक भौजी पोखर में वे मछली पालन करते हैं। कुछ दिनों पूर्व से एक मगरमच्छ पोखरे में घुस आया है। वन विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाकर वे थक चुके हैं। लगता है कि वन विभाग किसी बड़े हादसे के इंतजार में है। जिस कारण अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

आंदोलन करेंगे ग्रामीण भौजी पोखर में एक सप्ताह पूर्व मगरमच्छ देखे जाने के बाद भी वन विभाग ने उसे पकड़ने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने धरना देने की बात कही है।

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