भोपाल के सरोजिनी नायडू गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल की सैकड़ों लड़कियों ने बुधवार को प्रबंधन और एक कर्मचारी वर्षा झा के खिलाफ धरना दिया। उन्होंने उन पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। एक महीने पहले ही नियुक्त की गई सुश्री झा ने कथित तौर पर माफी मांगी है। स्कूल प्रशासन ने छात्राओं के दावे का खंडन करते हुए जोर देकर कहा कि शिक्षक छात्रों को दंडित नहीं करते हैं।
भोपाल। भोपाल के शिवाजी नगर में स्थित सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बुधवार को स्कूली छात्राओं ने स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। सुबह छात्राओं ने बड़ी संख्या में स्कूल के गेट पर धरना दे दिया। छात्राओं ने विरोध करते हुए स्कूल मैनेजमेंट पर आरोप लगाया कि हमसे स्कूल में साफ-सफाई करवाई जाती है।
छात्राओं ने बताया कि अगर हम 5 मिनट भी लेट हो जाएं तो धूप में खड़ा कर दिया जाता है। छात्राओं के साथ-साथ अभिभावक भी स्कूल पहुंचे और विरोध में शामिल हुए। अभिभावकों ने बताया कि स्कूल में रिटायर्ड कैप्टन वर्षा झा को एचआर व एस्टेट मैनेजर के पद पर नियुक्त किया गया है और वह अपने मनमाने रवैये से छात्राओं को परेशान करती हैं।
छात्राओं ने कहा कि अगर हम स्कूल में एक मिनट भी देर से पहुंचते हैं, तो हमें कभी-कभी अंदर नहीं जाने दिया जाता, गेट बंद कर दिए जाते हैं और हमें दो घंटे तक गर्मी में खड़े रहने की सज़ा दी जाती है।
हबीबगंज के सहायक पुलिस आयुक्त मयूर खंडेलवाल ने बताया कि हमें छात्राओं द्वारा विरोध प्रदर्शनों के बारे में सूचित किया गया था, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती थी। माहौल को शांत करने और छात्राओं को विरोध प्रदर्शन खत्म करने के लिए मनाने के लिए एक टीम भेजी।
प्रिंसिपल मालिनी वर्मा ने बताया कि अनुशासन लागू करने के लिए एक पूर्व सैनिक को काम पर रखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अगला कदम तय करेंगे। स्कूल मैनेजमेंट इसकी जांच कर रहा है।
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