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Nirmal Singh Bhangoo: पर्ल्स ग्रुप से निवेशकों को पैसे वापस मिलने की आस, वित्तमंत्री से मिलेगा ‘इंसाफ दी आवाज’ संगठन

Nirmal Singh Bhangoo निर्मल सिंह भंगू की मौत के बाद पर्ल्‍स ग्रुप से निवेशकों को पैसे वापस मिलने की आस है। पंजाब के कई जिलों के निवेशकों का आठ से दस हजार करोड़ रुपये भंगू की कंपनियों में डूबा है। पंजाब के निवेशकों की लड़ाई लड़ रहे ‘इंसाफ दी आवाज’ संगठन का दावा है कि भंगू की मौत से निवेशकों को पैसा मिलने में कोई रुकावट नहीं आएगी।

 चंडीगढ़। पर्ल्स गोल्डन फारेस्ट (पीजीएफ) व पर्ल्स एग्रोटेक कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) कंपनियां बनाकर निवेशकों से 60 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया था। पर्ल्स ग्रुप के एमडी निर्मल सिंह भंगू (Nirmal Singh Bhangoo) की मौत के बाद सबसे अधिक प्रभावित वे लोग हैं जिन्होंने भंगू के एजेंटों के कहने पर उसकी कंपनियों व रियल एस्टेट में अपना पैसा लगाया है।

तबीयत बिगड़ने से हुई भंगू की मौत

तिहाड़ जेल में सजा काट रहे भंगू की रविवार रात्रि तबीयत बिगड़ने के बाद नई दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई। भंगू के जीवित रहते अपना पैसा वापस पाने के लिए निवेशक संघर्ष करते रहे परंतु अब उनके पैसों का क्या होगा, क्या उन्हें उनका पैसा वापस मिल पाएगा, यह यक्ष प्रश्न है। पंजाब के कई जिलों के निवेशकों का आठ से दस हजार करोड़ रुपये भंगू की कंपनियों में डूबा है।

पंजाब के निवेशकों की लड़ाई लड़ रहे ‘इंसाफ दी आवाज’ संगठन के अध्यक्ष महिंदर पाल सिंह दानागढ़ का दावा है कि भंगू की मौत से निवेशकों को पैसा मिलने में कोई रुकावट नहीं आएगी क्योंकि 2016 के बाद से भंगू का निवेशकों के पैसे लौटाने में कोई दखल नहीं था।

भंगू की कंपनियों की संपत्तियां जब्त

पैसा केंद्र की ओर से दिया जाना है क्योंकि केंद्र ने भंगू की कंपनियों की संपत्तियां जब्त की हुई हैं। उन्होंने बताया कि भंगू की कंपनियों में निवेश करने वाले कुछ लोगों को लगभग 400 करोड़ रुपये वापस मिले भी हैं। यह पैसा सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित पूर्व मुख्य न्यायाधीश आरएम लोढ़ा कमेटी की ओर से दिए गए थे। सेबी व निवेशकों ने 2003 में सुप्रीम कोर्ट में पर्ल्स समूह के खिलाफ मामला दायर किया था।

पैसों के संबंध में एक प्रेजेंटेशन किया जाएगा प्रस्‍तुत

पैसा वापस मिलने की दानागढ़ की आशा के पीछे केंद्रीय वित्तमंत्री का पिछले दिनों में संसद में दिया गया यह बयान भी है कि सरकार भंगू की कंपनियों में निवेश करने वाले लोगों के पैसे लौटाना चाहती है परंतु निवेशकों की ओर से सरकार से संपर्क नहीं किया गया है। इस संबंध में दानागढ़ का कहना है कि उनके संगठन ने केंद्रीय वित्तमंत्री से मिलने का समय मांगा है

इसके साथ ही, दानागढ़ ने भंगू की मौत में किसी साजिश का संदेह भी जताया है। उन्होंने कहा कि भंगू की मौत के पीछे कोई राज हो सकता है जिसकी जांच होनी चाहिए क्योंकि पर्ल्स ग्रुप की कितनी संपत्तियां है, इसकी सही जानकारी किसी को नहीं है। इसमें कई बड़े लोगों ने भी निवेश कर रखा है। यदि परतें खुलीं तो वे चेहरे भी बेनकाब हो सकते है इसलिए हो सकता है कि भंगू की मौत के पीछे कोई साजिश हो।

सीएम कर चुके हैं पाई-पाई लौटाने का वादा

चूंकि पर्ल्स ग्रुप के घोटाले के शिकार निवेशक बड़ी संख्या में पंजाब में हैं, यह मुद्दा पंजाब में अक्सर चुनावी मुद्दा भी बनता रहा है। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी ने वादा किया था कि यदि उसकी सरकार बनी तो पोंजी कंपनियों की संपत्ति बेचकर निवेशकों के पैसे लौटाए जाएंगे।