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रायबरेली की NTPC परियोजना में पांचवीं यूनिट के बंद होने से 210 मेगावाट बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ है। इस यूनिट से उत्तर प्रदेश उत्तराखंड राजस्थान दिल्ली हरियाणा पंजाब चंडीगढ़ जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश को बिजली की आपूर्ति होती है। एनटीपीसी परियोजना की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा का कहना है कि यूनिट संख्या पांच को तकनीकी खराबी के चलते बंद कराकर मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है।

ऊंचाहार (रायबरेली)। एनटीपीसी परियोजना की 210 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाली पांचवीं यूनिट के ब्वायलर ट्यूब में रिसाव होने के कारण इसे बंद कर मरम्मत शुरू कर दी गई है। एनटीपीसी प्रबंधन की ओर से इसे ठीक कर इस यूनिट को संचालित कर विद्युत उत्पादन का कार्य शुरू करने की बात कही जा रही है।

12 सितंबर को परियोजना की यूनिट संख्या पांच को वार्षिक मरम्मत के लिए 35 दिनों के लिए बंद किया गया था। निर्धारित समय अवधि में इसे संचालित नहीं किया जा सका। 40 दिनों बाद 17 अक्टूबर को जैसे ही इसे संचालित करने का प्रयास किया गया, इस यूनिट के टरबाइन में खराबी आ गई और प्रबंधन को इसे बंद कराना पड़ा।

मरम्मत का कार्य पूरा होते ही 22 अक्टूबर को इसे दोबारा संचालित किया गया। एक सप्ताह के अंदर गुरुवार की सुबह इसके ब्वायलर ट्यूब में रिसाव शुरू हो गया। पहले इसे सही करने की कोशिश की गई, लेकिन सफलता न मिलने पर इसे बंद कराकर मरम्मत शुरू कराई गई।

बताते चलें कि 1550 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाली इस एनटीपीसी परियोजना में यूनिट संख्या एक से लेकर पांच तक 210 -210 तो वहीं छठवीं यूनिट 500 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाली है

यहां से उत्पादित बिजली उत्तरी ग्रिड के माध्यम से उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश प्रदेशों को भेजी जाती है।

एनटीपीसी परियोजना की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा का कहना है कि यूनिट संख्या पांच को तकनीकी खराबी के चलते बंद कराकर मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है।

दीपावली पर बिजली की आवाजाही ने किया परेशान

पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डा़ आशीष गोयल ने निर्देश जारी किया था कि 15 नवंबर तक किसी भी प्रकार की कटौती नहीं होगी, इसको लेकर विभाग के अधिकारियों को जिला न छोड़ने का आदेश दिया था। लेकिन, दीपावली पर आदेश का पालन नहीं हुआ, जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण अंचल तक बिजली की कटौती ने परेशान कर दिया।

उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम के साथ बिजली उपकेंद्र पर करीब 3,253 फोन आए। उपभोक्ता की शिकायत पर निस्तारण भी हो गया। सीयूजी न उठने से आक्रोशमहोली क्षेत्र में बिजली की आवाजाही से उपभोक्ताओं को खासा परेशानी हुई।

प्रकाश के पर्व को बिजली की ट्रिपिंग बनी रहीं। महोली के नीरज, रामू, मनोज, शैलेंद्र व राजकिशोर ने बताया कि कई बार उपखंड अधिकारी महोली के सीयूजी नंबर पर काल की गई, लेकिन रिसीव नहीं हुई। इससे उपभोक्ताओं में नाराजगी है। आरोप है कि उपखंड अधिकारी सीयूजी फोन नहीं उठाते हैं, जिसकी शिकायत क्षेत्रीय विधायक से भी की गई है