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भारत और न्यूजीलैंड के बीच पुणे में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत को हार मिली और इसी के साथ उसे सीरीज भी गंवानी पड़ी। ये 12 साल में पहली बार है जब भारत को अपने घर में टेस्ट सीरीज में हार मिली है। इसका एक बड़ा कारण है भारत का स्पिन न खेल पाना जबकि एक समय स्पिन खेलना भारत 

पुणे के एमसीए स्टेडियम में भारत की हार स्पिन ट्रैक पर भारत के अपने ही जाल में फंसने का क्लासिक उदाहरण है। आश्चर्य की बात यह है कि अगर पिछले कुछ वर्षों में रैंक टर्नर पिच पर भारत के प्रदर्शन को गौर करें तो भारतीय टीम ऐसी पिचों पर संघर्ष करती ही दिखी है। इस मैच में मिचेल सैंटनर ने कुल 13 विकेट चटकाए पर सच यह है कि उनकी गेंद उतनी घूम भी नहीं रही थी।

पहली पारी में उन्हें अधिकतर विकेट भारतीय बल्लेबाजों के गलत शॉट चयन, जबकि दूसरी पारी में गेंद पड़कर सीधी रहने के कारण मिली। हालांकि, इससे इन्कार नहीं कर सकते कि स्पिन के विरुद्ध भारतीय टीम के संघर्ष की कहानी पुरानी रही है।

ऐसे कुछ मैचों पर एक नजर डालते हैं जब विदेशी स्पिनरों ने भारतीय बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है।

भारत बनाम इंग्लैंड, 2012 (मुंबई)मोंटी पनेसर और ग्रीम स्वान की जोड़ी ने इस मैच में भारत की स्टार बल्लेबाजी लाइनअप, जिसमें गंभीर, सचिन, सहवाग, धोनी, युवराज जैसे दिग्गज शामिल थे, दोनों पारियों में कुल 19 विकेट झटके थे। भारत यह मैच 10 विकेट से हारा था। यह अंतिम सीरीज थी जो भारत घर में हारा था। इस सीरीज में स्वान ने कुल सात पारियों में सर्वाधिक 20 विकेट, जबकि पनेसर ने पांच पारियों में 17 विकेट झटके थे।

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2017 (पुणे)स्टीव ओकीफ ने इस मैच में दोनों पारियों में पंजा खोला था और 12 विकेट अपनी झोली में डाले थे। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 260, जबकि दूसरी पारी में 285 रन बनाए थे। वहीं, भारतीय टीम ने 107 और 105 रन बनाए थे और टीम यह मैच 333 रन से मैच हार गई थी।

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2023 (इंदौर)होल्कर स्टेडियम की टर्निंग पिच पर ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में तीन स्पिनरों को उतारा था, जिसमें से दो ऑफ स्पिनर थे। पहली पारी में भारतीय टीम 109, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 197 रन बनाए थे। भारतीय टीम दूसरी पारी में भी लुढ़क गई थी और केवल 163 रन बना सकी थी। यह मैच ऑस्ट्रेलिया ने नौ विकेट से जीत लिया था। नाथन लियोन ने दूसरी पारी में आठ समेत कुल 11 विकेट मैच में लिए थे। वहीं, इस मैच में तीनों ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर्स ने कुल 18 विकेट चटकाए थे।

पूरा क्रिकेट जगत जानता है कि भारतीय बल्लेबाज स्पिन खेलने के मास्टर माने जाते हैं लेकिन बीते कुछ सालों में टीम इंडिया की ये ताकत उसकी सबसे बड़ी कमजोरी बनती दिख रही है। भारतीय बल्लेबाजों को देखकर लगता है कि वह स्पिन को खेलना नहीं जानते।

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