महाराष्ट्र पॉलिटिक्स चुनाव से पहले दशहरे पर महाराष्ट्र में सियासी पारा चढ़ गया। शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे और शिवसेना नेता और सीएम एकनाथ शिंदे आमने-सामने आए और एक दूसरे पर कई निशाने साधे। हर साल की तरह दोनों पार्टियों ने मुंबई में हशहरा उत्सव मनाया और भाषण दिया। उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट को डुप्लीकेट बताया तो शिंदे ने उद्धव गुट की तुलना ओवैसी से कर दी।
मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति चरम पर है। दशहरे पर शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे और शिवसेना नेता और सीएम एकनाथ शिंदे आमने-सामने आए और एक दूसरे पर कई निशाने साधे। दरअसल, हर साल की तरह दोनों पार्टियों ने मुंबई में हशहरा उत्सव मनाया और नेताओं ने भाषण दिया।
शिंदे ने उद्धव सेना की तुलना AIMIM से की
एक ओर जहां शिवाजी पार्क से 2019 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने की क्लिप दिखाते हुए, उद्धव ठाकरे ने शिंदे सरकार पर निशाना साधा तो वहीं 10 किलोमीटर दूर आजाद मैदान में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपना दशहरा भाषण में उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा कि उनकी पार्टी ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम की तरह है, जो मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति पर ही निर्भर है।
हमने असली शिवसेना को बचायाः शिंदे
- नवंबर के अंत से पहले महाराष्ट्र में चुनावी बिगुल बज सकता है और उससे पहले दोनों पार्टियों के नेताओं में आक्रामक तेवर देखे गए।
- जून 2022 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ अपने विद्रोह को याद करते शिंदे ने कहा कि उन्होंने असली शिवसेना को उन लोगों के चंगुल से मुक्त कराया है, जिन्होंने बालासाहेब ठाकरे के आदर्शों के साथ विश्वासघात किया था।
- शिंदे ने आगे कहा कि अगर हमने विद्रोह नहीं किया होता, तो सच्चे शिवसैनिकों को अपमानित किया जाता और महाराष्ट्र कई साल पीछे चला जाता। उन्होंने पिछली उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महा विकास अघाड़ी सरकार पर कई विकास परियोजनाओं को रोकने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार के चलते ही राज्य पर 17000 करोड़ रुपये का कर्ज बढ़ गया था।
शिंदे के नेतृत्व वाली सेना को बताया 'डुप्लीकेट'
दूसरी ओर उद्धव ठाकरे ने अपने भाषण में शिंदे के नेतृत्व वाली सेना को "डुप्लीकेट" बताया। ठाकरे ने कहा कि रतन टाटा ने एक बार मुझसे कहा था कि जेआरडी टाटा ने उन पर भरोसा किया और फिर अपनी विरासत उन्हें सौंप दी। उद्धव ने कहा कि ऐसे ही बालासाहेब ने भी मुझे चुना क्योंकि उन्हें मुझपर भरोसा था।
एकनाथ शिंदे पर हमला बोलते हुए ठाकरे ने कहा कि भाजपा को खुद को "भारतीय" कहने में शर्म आनी चाहिए। उन्होंने इसकी तुलना कौरवों से की और उस पर अहंकार दिखाने का आरोप लगाया।
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