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बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान पंडालों और हिंदू मंदिरों पर हमले की घटनाएं थम नहीं रही हैं। एक पंडाल पर कथित तौर से कच्चा बम फेंका गया। वहीं एक प्रतिष्ठित मंदिर से चोरी हुई है। इस तरह के बढ़ते मामलों पर अब भारत ने सख्ती दिखाई है और विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि यह एक व्यवस्थित पैटर्न बन गया है।

भारत ने शनिवार को कहा कि वह बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडाल पर कथित हमले और एक प्रतिष्ठित काली मंदिर में चोरी की घटना को गंभीर चिंता के रूप में देखता है। साथ ही भारत ने बांग्लादेश से हिंदुओं समेत अन्य सभी अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।

विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में इन घटनाओं को निंदनीय घटनाएं बताया है और कहा कि ये बांग्लादेश में मंदिरों और देवताओं के अपवित्रीकरण के व्यवस्थित पैटर्न का अनुसरण करती हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हमने ढाका के तांतीबाजार में एक पूजा मंडप पर हमले और सतखीरा में प्रतिष्ठित जेशोरेश्वरी काली मंदिर में चोरी की घटना को गंभीर चिंता के साथ देखा है।

पंडाल में फेंका गया बम

इससे पहले बांग्लादेशी के अखबार प्रथम अलो ने पुराने ढाका के तांतीबाजार इलाके में एक दुर्गा पूजा पंडाल पर कथित तौर पर कच्चे बम फेंके जाने की घटना की खबर दी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि बम में आग लग गई, लेकिन कोई घायल नहीं हुआ। साथ ही बताया गया कि यह घटना शुक्रवार रात को हुई।

शुक्रवार को नवरात्रि का नौवां और आखिरी दिन था, जो हिंदुओं के लिए नौ दिनों का पवित्र काल है। इस दौरान दुर्गा पूजा भी मनाई जाती है। इसका समापन 10वें दिन दशहरा या विजयादशमी के साथ होता है।

विदेश मंत्रालय ने जताई आपत्ति 

विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश में हुई दो घटनाओं पर कड़ी आपत्ति जताई है। उसने कहा कि ये निंदनीय घटनाएं हैं। वे मंदिरों और देवताओं को अपवित्र करने और नुकसान पहुंचाने के एक व्यवस्थित पैटर्न का पालन करते हैं, जिसे हम पिछले कई दिनों से देख रहे हैं।

विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हम बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं, खासकर इस शुभ त्योहार के समय।'

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