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जम्मू कश्मीर न्यूज़ जम्मू-कश्मीर में चुनाव के नतीजे आ गए हैं। परिणामों के कुछ समय बाद पाकिस्तान से बातचीत के सवाल पर फारूक ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बातचीत तय करना हमारा नहीं केंद्र का काम है। लेकिन हम भाईचारा चाहते हैं। हमें अपने सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को सार्क फिर से शुरू करना चाहिए।

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने बहुमत हासिल किया है। अब केंद्रशासित प्रदेश में नेकां और कांग्रेस सरकार बनाने में जुटी है। इसी बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला का पाकिस्तान से लेक तमाम मुद्दों पर बोलते नजर आए हैं।

शुक्रवार को मीडियाकर्मियों से पाकिस्तान से बातचीत से जुड़े सवाल पर फारूक ने कहा कि यह तय करना कि पाक के साथ बातचीत शुरू करना या नहीं यह हमारा काम नहीं है। यह केंद्र का काम है। नेकां अध्यक्ष ने कहा कि हम भाईचारा चाहते हैं। हमें अपने सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए।

सरकार SAARC को फिर से शुरू करे: फारूक 

उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि भारत सरकार सार्क को फिर से शुरू करेगी ताकि हम खुशी से रह सकें। हम इन देशों के बड़े भाई हैं। इजरायल विवाद पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि भारत-फलीस्तीन, दो-राज्य फॉर्मूले का सबसे बड़ा समर्थक था। अमेरिका को भी यह समझना चाहिए। अमेरिका हमेशा चाहता है कि उनके लिए एक जगह होनी चाहिए ताकि वे मध्य पूर्व पर अधिकार रख सकें

फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर इजरायल नहीं भी होता तो भी वे इजरायल की स्थापना कर लेते। मैं उनसे और भारत सरकार से अनुरोध करूंगा कि वे उनसे बात करें और इन युद्धों को खत्म करें। 

सरकार बनाने को लेकर क्या बोल फारूक

वहीं, जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने का दावा पेश करने को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इंडी गठबंधन इसके लिए राजभवन से समय मांगेगा। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि एलजी (घाटी में) आ रहे हैं। हम कल समय मांगेंगे और समर्थन पत्र पेश करेंगे तथा नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख मांगेंगे।

उन्होंने उम्मीद जताई कि एनसी-कांग्रेस गठबंधन, जिसमें सीपीआई (एम) भी शामिल है, को समय मिलेगा ताकि हम अपने मित्रों को समारोह में शामिल होने के लिए सूचित कर सकें।

जम्मू के लोगों को लेकर फारूक का बयान

आप के एकमात्र निर्वाचित विधायक द्वारा एनसी को समर्थन दिए जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब पर अब्दुल्ला ने कहा कि गठबंधन को जम्मू के लोगों का दिल जीतने तथा वहां फैलाए गए झूठे प्रचार से पार पाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि यह उनकी (जम्मू के लोगों की) गलती नहीं है, उन्हें यह बताया गया है कि पत्थरबाजी शुरू हो जाएगी और आतंकवाद बढ़ जाएगा। लेकिन उन्हें यह एहसास नहीं हुआ कि उनकी जमीनें छीन ली गई हैं, नौकरियां छीन ली गई हैं, सब कुछ खत्म हो गया है, लेकिन वे फिर भी उनके दुष्प्रचार में फंस गए हैं।

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