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गूगल ने एंड्रॉइड की सिक्योरिटी और प्राइवेसी को देखते हुए साल की शुरुआत में थेफ्ट प्रोटेक्शन फीचर पेश किया था। जो अब कुछ चुनिंदा देशों में यूजर्स के लिए रोलआउट होना शुरू हो गया है। इसमें डिवाइस के चोरी होने की स्थिति में डेटा एकदम सेफ रहता है। आने वाले दिनों में इसे सभी के लिए पेश कर दिया जाएगा। लेकिन फिलहाल इसकी डेट कन्फर्म नहीं है।

इस साल की शुरुआत में Google ने Android यूजर्स के लिए नए थेफ्ट प्रोटेक्शन फीचर को अनाउंस किया था। इसमें डिवाइस के चोरी होने की स्थिति में डेटा एकदम सिक्योर रहता है। गूगल के नए फीचर में थेफ्ट डिटेक्शन लॉक, ऑफलाइन डिवाइस लॉक और रिमोट लॉक शामिल है। अगर कोई फोन चुरा लेता है तो डिवाइस खुद ही लॉक हो जाता है।

किन यूजर्स को मिलेगा फीचर

गूगल का नया फीचर अमेरिका में यूजर्स के लिए रोलआउट होना शुरू हो गया है। कुछ दिन पहले ब्राजील में भी इसे पेश किया गया था। आने वाले दिनों में इस फीचर को सभी देशों के एंड्रॉइड यूजर्स के लिए रोलआउट किए जाने की उम्मीद है। यह फीचर एंड्रॉइड 10 के ऊपर के सभी डिवाइस को मिलेगा।

थेफ्ट डिटेक्शन लॉक

Android थेफ्ट प्रोटेक्शन फीचर चोरी हुए फोन का पता लगाने के लिए AI का सहारा लेता है। अगर मॉडल चोरी से जुड़ी हरकत महसूस करता है, तो यह अपने आप फोन स्क्रीन को लॉक कर देता है, जिससे चोर आपके स्मार्टफोन पर डेटा तक आसानी से नहीं पहुंच पाते और डेटा सेफ रहता है।

ऑफलाइन डिवाइस लॉक

अगर कोई चोर चोरी की गई डिवाइस को लंबे समय तक डिस्कनेक्ट करने की कोशिश करता है, तो ऑफलाइन डिवाइस लॉक सुविधा डिवाइस के ग्रिड से बाहर होने पर भी स्क्रीन को अपने आप लॉक कर देती है। जिसे फिर से अनलॉक करने के लिए पिन डालना होता है।

रिमोट लॉक फीचर

रिमोट लॉक सुविधा आपको किसी दूसरे डिवाइस का उपयोग करके केवल अपने फोन नंबर और एक क्विक सिक्योरिटी चैलेंज के साथ फोन को लॉक करने की सुविधा देती है। गूगल के अनुसार आप अपने गूगल अकाउंट का इस्तेमाल करके फाइंड माय डिवाइस के जरिये भी फोन को खोज सकते हैं।

चोर के लिए रीसेट करना मुश्किल

इसके अलावा Google Android के फैक्टरी रीसेट सिक्योरिटी में डिवाइस को रीसेट करना मुश्किल बना रहा है। नए अपग्रेड आने से डिवाइस को रीसेट करना मुश्किल होगा। अगर कोई फोन को रीसेट करने की कोशिश करता है तो उसे Google अकाउंट के क्रेडेंशियल्स फिल करने होंगे।

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