बरेली समाचार
दिल्ली में प्रदूषण के कारण बीएस-6 मॉडल, इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसों को ही प्रवेश दिया जाएगा, जबकि बरेली परिक्षेत्र में रोडवेज के पास जनरथ श्रेणी की 32 बसें हैं। ये सभी बीएस-4 मॉडल की हैं।
यूपी रोडवेज की बीएस-4 मॉडल की एसी बसें एक जुलाई से दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेंगी। इन बसों को गाजियाबाद स्थित कौशांबी बस अड्डे तक ही चलाया जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के कारण बीएस-6 मॉडल, इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसों को ही प्रवेश दिया जाएगा। अन्य बसों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
बरेली परिक्षेत्र में रोडवेज के पास जनरथ श्रेणी की 32 बसें हैं। ये सभी बीएस-4 मॉडल की हैं। इनका संचालन दिल्ली व लखनऊ रूट पर किया जाता है। छह महीने पहले सामान्य श्रेणी की बीएस-4 मॉडल की बसों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक लगाई गई थी। उसके बाद परिक्षेत्र को बीएस-6 मॉडल की 200 से ज्यादा नईं बसें मिल चुकी हैं, लेकिन जनरथ श्रेणी में बीएस-6 मॉडल की बसें मिलने का इंतजार अब तक है।
अब एक जुलाई से बीएस-4 मॉडल की एसी बसों का भी दिल्ली में प्रवेश बंद हो जाएगा। हालांकि, ये बसें कौशांबी तक जा सकेंगी। वहां से आनंद विहार के बीच दूरी ज्यादा नहीं है, लेकिन भीषण गर्मी और ट्रैफिक की वजह से यात्रियों को दिक्कत होगी।
इसी वर्ष मिलनी शुरू हो जाएंगी नए मॉडल की बसें
सेवा प्रबंधक धनजी राम ने बताया कि परिक्षेत्र में अभी सभी एसी बसें बीएस-4 मॉडल की हैं। दिल्ली में प्रवेश पर रोक के कारण फिलहाल एसी बसों को कौशांबी तक चलाया जाएगा। इसी साल बीएस-6 और सीएनजी चालित एसी बसें मिलने लगेंगी। बीएस-6 मॉडल की एसी बसों पर भी केंद्रीय वर्कशॉप में काम चल रहा है।
सामान्य श्रेणी की 10 नई बसें और मिलीं
बरेली परिक्षेत्र को बीएस-6 मॉडल की 10 नई सामान्य बसें और मिल गई हैं। अगले माह 10 और सामान्य श्रेणी की बसें मिल जाएंगी। नई मिलीं 10 सामान्य बसों में बरेली और रुहेलखंड डिपो के लिए चार-चार, पीलीभीत डिपो के लिए दो बसें आवंटित कर दी गई हैं।
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