भारत के युवाओं की रोजगार योग्य कुशलता भी लगातार बढ़ रही है। इंडिया स्किल्स रिपोर्ट-2024 के परिणाम बताते हैं कि वर्ष 2017 के सर्वे में जहां 40.44 प्रतिशत युवा रोजगार के योग्य पाए गए थे वहीं इस वर्ष यह आंकड़ा वर्ष 2023 के 50.3 प्रतिशत से भी आगे बढ़कर 51.25 प्रतिशत पर पहुंच गया है। हरियाणा के बेहतर प्रदर्शन का श्रेय राज्य की युवतियों को दिया जा सकता है।
तकनीक में आ रहे लगातार बदलाव के साथ रोजगार के क्षेत्र में चुनौतियां बेशक बढ़ी हैं, लेकिन इसके साथ-साथ भारत के युवाओं की रोजगार योग्य कुशलता भी लगातार बढ़ रही है। इंडिया स्किल्स रिपोर्ट-2024 के परिणाम बताते हैं कि वर्ष 2017 के सर्वे में जहां 40.44 प्रतिशत युवा रोजगार के योग्य पाए गए थे, वहीं इस वर्ष यह आंकड़ा वर्ष 2023 के 50.3 प्रतिशत से भी आगे बढ़कर 51.25 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
यहां उल्लेखनीय है कि कुशल युवाओं के मामलों में शीर्ष दस राज्यों की प्रतिस्पर्धा लगभग चुनिंदा राज्यों में ही चल रही है, लेकिन हरियाणा ने कमाल किया है। पिछले वर्ष दसवें स्थान पर रहा हरियाणा इस बार कुशलता में युवकों के मुकाबले युवतियों के बेहतर प्रदर्शन के कारण 76.47 प्रतिशत के साथ अव्वल स्थान पर है। पिछले वर्ष शीर्ष पर रहा उत्तर प्रदेश तीन पायदान फिसला है, लेकिन कौशल के कई मानकों में उसका दबदबा कायम है
देशभर के 3.88 लाख युवाओं ने लिया भाग
प्रतिभा मूल्यांकन के क्षेत्र में काम करने वाली प्रतिष्ठित संस्था व्हीबाक्स प्रतिवर्ष स्किल इंडिया रिपोर्ट जारी करती है। यह संस्था कौशल विकास मंत्रालय के विभिन्न संस्थानों के साथ भी मिलकर काम कर रही है। इस बार व्हीबाक्स द्वारा आयोजित नेशनल एम्प्लायबिलिटी टेस्ट में देशभर के 3.88 लाख युवाओं ने भाग लिया। इस परीक्षा के परिणामों के आधार पर इंडिया स्किल्स रिपोर्ट- 2024 हाल ही में जारी की गई है।
रिपोर्ट में विभिन्न परीक्षणों में 60 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित करने वाले युवाओं को रोजगार के लिए कुशल माना गया है। इस आधार पर शीर्ष दस राज्यों में हरियाणा शीर्ष पर रहा है। राज्य के जितने युवाओं ने टेस्ट में भाग लिया, उनमें से 76.47 प्रतिशत युवाओं ने 60 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित किए हैं। इसी तरह दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र, तीसरे पर आंध्र प्रदेश, चौथे पर उत्तर प्रदेश, पांचवें पर केरल, छठवें पर तेलंगाना, सातवें पर कर्नाटक, आठवें पर पंजाब, नौवें पर तमिलनाडु और दसवें स्थान पर दिल्ली रहा है। ध्यान रहे कि पिछले वर्ष हरियाणा दसवें स्थान पर था, जबकि उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर।
हरियाणा के प्रदर्शन का श्रेय युवतियों को दिया जाता
हरियाणा ने यदि बेहतर प्रदर्शन किया है तो इसका श्रेय राज्य की युवतियों को दिया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, समग्रता में देशभर के 51.8 प्रतिशत पुरुष अभ्यर्थी तो 50.86 प्रतिशत महिला अभ्यर्थी रोजगार के योग्य पाए गए हैं, लेकिन सिर्फ योग्य पुरुष अभ्यर्थियों की श्रेणी में हरियाणा का स्थान मात्र 26.89 प्रतिशत के साथ दसवां है, जबकि योग्य महिला अभ्यर्थियों की सूची में 49.58 प्रतिशत अंक दर्ज कर छोरियों ने समग्रता में राज्य की रैं¨कग को पहले स्थान पर पहुंचाया है।
22 से 25 साल तक के युवा सर्वाधिक रोजगार योग्य
22 से 25 साल तक के युवा सर्वाधिक रोजगार योग्य, यूपी अव्वलसंस्था ने अध्ययन के परिणाम को 18-21 साल, 22-25 साल और 26-29 साल आयु वर्ग में बांटा है। रिपोर्ट के अनुसार, 63.58 प्रतिशत अंकों के साथ सर्वाधिक रोजगार योग्य युवा 22-25 वर्ष आयु वर्ग के पाए गए हैं।
इस आयु वर्ग के सर्वाधिक युवा उत्तर प्रदेश में हैं। इस सूची में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। क्रमश: महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, हरियाणा और बिहार का स्थान है। दूसरा योग्य आयु वर्ग 26-29 वर्ष का पाया गया है। इसमें गुजरात शीर्ष तो दूसरे पर झारखंड, तीसरे पर महाराष्ट्र, चौथे पर उत्तर प्रदेश और पांचवें पर राजस्थान है।
- Log in to post comments