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हिजबुल्लाह ने इस बात से इनकार किया है कि इजरायली सेना लेबनान में घुसी है लेकिन कहा है कि अगर वे सीमा पार करते हैं तो उसके लड़ाके सीधे टकराव के लिए तैयार हैं। वहीं इजरायली सेना ने मंगलवार को लगभग दो दर्जन लेबनानी सीमा समुदायों को खाली करने का आदेश दिया। यह आदेश इजरायल द्वारा दक्षिणी लेबनान में सेना भेजने के कुछ घंटों बाद आया।

यरूशलेम। इजरायल लगातार दावा कर रहा है कि वह लेबनान की सीमा में घुसकर हमले कर रहा है, लेकिन मंगलवार को हिजबुल्लाह ने इस बात से साफ इनकार किया और कहा कि इजरायली सेना लेबनान में नहीं घुसी है। यदि इजरायली सेना लेबनान की सीमा पार करती है तो हमारे लड़ाके उनसे सीधे युद्ध के लिए तैयार है।

हिजबुल्लाह जंग के लिए तैयार

इजरायल द्वारा जमीनी अभियान शुरू करने की घोषणा के बाद अपने पहले बयान में हिजबुल्लाह के प्रवक्ता मोहम्मद अफीफी ने कहा कि इजरायली सेना के लेबनान में घुसने की खबरें "फर्जी" हैं। उन्होंने कहा कि हिजबुल्लाह के लड़ाके उन दुश्मन ताकतों से सीधे टकराव के लिए तैयार हैं जो लेबनान में घुसने की हिम्मत करते हैं।

मोसाद मुख्यालय पर हमला

हिजबुल्लाह के प्रवक्ता ने कहा कि मध्य इजरायल की ओर मध्यम दूरी की मिसाइलों को दागना केवल शुरुआत है। उसने तेल अवीव के निकट ग्लिलोट के इजरायली सैन्य खुफिया अड्डे और मोसाद मुख्यालय को निशाना बनाया है। मोसाद मुख्यालय पर 4 रॉकेट दागे।

इजरायली सेना का नया आदेश

वहीं, इजरायली सेना द्वारा मंगलवार को लेबनान के करीब 24 सीमावर्ती समुदायों को सीमा खाली करने का आदेश दिया। इजरायली सेना के प्रवक्ता द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया गया कि दक्षिणी लेबनान के लगभग दो दर्जन समुदायों को सीमा को खाली करने का आदेश दिया गया।

यह सीमा लिटानी नदी से भी दूर है, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित क्षेत्र के उत्तरी किनारे को चिह्नित करती है, जिसका उद्देश्य 2006 के युद्ध के बाद इजरायल और हिज़्बुल्लाह के बीच बफर के रूप में काम करना था। लिटानी नदी सीमा से 30 किलोमीटर (18 मील) दूर है।