एसडीएम ने नकली पनीर बनाने वालों को भेजा जेल खुर्जा एसडीएम दुर्गेश सिंह ने अगौरा अमीरपुर में केमिकल से नकली पनीर व दूध तैयार करने वाले नफीस पुत्र शमीम खान फिरोज पुत्र रसीद व सगीर अहमद पुत्र शाहिद खान निवासी अगौरा कोतवाली खुर्जा देहात को शांतिभंग में जेल भेज दिया है। करीब 20 लाख का केमिकल बरामद किया गया है।
बुलंदशहर। जिले में केमिकल से दूध व पनीर बनाने का राजफाश हुआ है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग व प्रशासन की संयुक्त टीम ने गुरुवार दोपहर शहर के स्याना रोड पर केमिकल गोदामों पर छापेमारी की। टीम ने 20 लाख रुपये से अधिक का केमिकल बरामद किया है
सप्लायर जिलेभर में नकली दूध व पनीर बनाने को केमिकल की आपूर्ति करते थे। साथ ही केमिकल से दूध व पनीर बनाने का फार्मूला बताता था। जीएसटी टीम ने भी गोदामों पर जांच की है। पुलिस सप्लायर से पूछताछ में जुटी है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त विनीत कुमार के नेतृत्व में टीम ने बुधवार की रात खुर्जा तहसील के अगौरा अमीरपुर में पनीर फैक्टरी पर छापा मारा।
नकली पनीर कर रहा था तैयार
सहायक आयुक्त ने बताया कि गांव का नफीस अहमद पुत्र शमीम खान पनीर बना रहा था। यहां मांग के सापेक्ष नकली पनीर तैयार किया जा रहा था। नफीस ने टीम को बताया कि केमिकल की सप्लाई बुलंदशहर स्थित गोदाम से होती है। टीम तीन लोगों को अपने साथ ले आई। पकड़े लोगों ने कलेक्ट्रेट में एडीएम प्रशासन डा. प्रशांत कुमार के कार्यालय में मिल्क फ्लेवर सिंथेटिक से नकली दूध तैयार कर दिखाया
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टीम ने पांच गोदामें से बरामद किया लाखों का केमिकल
एडीएम प्रशासन व एसडीएम सदर नवीन कुमार व खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने गुरुवार दोपहर शहर के देवीपुरा निवासी अजय कुमार अग्रवाल पुत्र शिवकुमार के स्याना रोड स्थित गोदाम पर छापेमारी की। जहां टीम को भारी मात्रा में नकली दूध व पनीर तैयार करने के लिए केमिकल मिला। टीम ने अजय के पांच गोदामों से 20 लाख रुपये की कीमत का केमिकल बरामद कर सीज कर दिया है। पुलिस सप्लायर से कहां-कहां और केमिकल की सप्लाई की जा रही है। इसके बारे में पूछताछ में जुटी है। साथ ही जीएसटी की टीम ने भी गोदामों पर जांच पड़ताल की है।
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को अगौरा पनीर फैक्टरी में 25 किलो पनीर, 250 किलोग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर, 20 टिन रिफाइंड पामोलीन बरामद किया है। सफेद तरल केमिकल पेस्ट को मिला कर पनीर बनाने की तैयारी चल रही थी।
फैक्टरी मालिक दूध खरीद का कोई साक्ष्य नहीं दिखा पाया। टीम ने चार नमूना लेकर लखनऊ प्रयोगशाला भेज दिए हैं। विनीत कुमार, सहायक आयुक्त, खाद्य सुरक्षा व औषधी प्रशासन
नफीस ने अपने चचेरे भाइयों को धंधे से लिया था जोड़
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन सहायक आयुक्त ने बताया कि सप्लायर ही लोगों को केमिकल से नकली दूध व पनीर बनाने के फार्मूला के साथ ही केमिकल की सप्लाई की जाती थी। बिना लैब जांच के केमिकल से बने नकली दूध की पहचान नहीं हो सकती है। सामान्य तौर दूध को सूंघ व चख कर ही पहचान की जाती है। इनके द्वारा मिठास के लिए सैकरीन व फ्लेवर के लिए केमिकल का प्रयोग किया जा रहा है।
किराए की इमारत में बनाते थे नकली पनीर
सहायक आयुक्त ने बताया कि नफीस अपने चचेरे भाइयों के साथ गांव से दो किलोमीटर बाहर किराए की इमारत में नकली पनीर तैयार कर रहा था। नफीस ने मई 2024 में पनीर बनाने का लाइसेंस लिया था। एक महीना पनीर बनाने के बाद काम बंद कर दिया था। अब फिर से दोबारा से पनीर बनाने का काम शुरू किया था। शादियों में डिमांड के अनुसार नकली पनीर की आपूर्ति की जा रही थी।
सप्लायर के यहां से 15 साल पहले केमिकल का नमूना
सहायक आयुक्त ने बताया कि केमिकल सप्लायर केमिकल की एक छोटी दुकान चलाता था। 15 साल पहले टीम ने छापेमारी कर केमिकल के नमूना एकत्र किए थे। इसके बाद नकली दूध व पनीर बनाने के लिए केमिकल के एक-दो नहीं बल्कि पांच गोदाम बना डाले।
दिल्ली और नोएडा में सप्लाई हो रहा था नकली दूध व पनीर
सहायक आयुक्त ने बताया कि नफीस ने दिल्ली और नोएडा में दुकान चल संचालित की जा रहीं हैं। यहां से नकली दूध व पनीर तैयार कर दिल्ली और नोएडा में दुकानों के माध्यम से बिक्री करने की सूचना मिली है।
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