
चंद्रबाबू नायडू द्वारा केंद्र के पास प्रस्ताव पेश करने के बाद कर्नाटक सरकार ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कर्नाटक सरकार ने कहा है कि एचएएल का विनिर्माण आधार राज्य के एअरोस्पेस क्षेत्र से जुड़ा हुआ है और इसे स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय ने स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी भी मौजूदा सुविधा को स्थानांतरित करने की बात नहीं कही है।
कर्नाटक सरकार ने हिन्दुस्तान एअरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की प्रोडक्शन यूनिट को आंध्र प्रदेष में स्थानांतरित करने की किसी भी संभावित रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। पिछले दिनों आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक की थी, जिसके बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे थे।
चंद्रबाबू नायडू ने रक्षा मंत्री के साथ हुई बैठक और केंद्र सरकार के साथ हुई बैठकों में आंध्र प्रदेश में एक नई ग्रीनफील्ड HAL सुविधा स्थापित करने की मांग की थी। उन्होंने प्रस्ताव पेश कर कथित तौर पर लाइट कॉन्बैट एअरक्राफ्ट (LCA) तेजस और अन्य स्वदेशी प्लेटफॉर्मों के लिए भविष्य की विनिर्माण क्षमता को शामिल करने की बात की थी।
बैठक में क्या प्रस्ताव पेश किया गया?
- आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय ने स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी भी मौजूदा सुविधा को स्थानांतरित करने की बात नहीं कही है।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ अपनी बैठक में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एचएएल की किसी भी विस्तार योजना के लिए लेपाक्षी में आंध्र प्रदेश-कर्नाटक सीमा से सिर्फ़ 70 किलोमीटर दूर 10 हजार एकड़ ज़मीन की पेशकश की।
- भारत की प्रमुख एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण कंपनी HAL वर्तमान में कर्नाटक के बेंगलुरु और तुमकुरु में प्रमुख उत्पादन सुविधाएं संचालित करती है।
- बेंगलुरु की यूनिट्स में फाइटर जेट, हेलीकॉप्टर और प्रशिक्षक विमानों का उत्पादन होता है, जिनमें LCA तेजस और एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एअरक्राफ्ट शामिल हैं।
कर्नाटक सरकार की प्रतिक्रिया
चंद्रबाबू नायडू द्वारा केंद्र के पास प्रस्ताव पेश करने के बाद कर्नाटक सरकार ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कर्नाटक सरकार ने कहा है कि एचएएल का विनिर्माण आधार राज्य के एअरोस्पेस क्षेत्र से जुड़ा हुआ है और इसे स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है।
कर्नाटक के बड़े और मध्यम उद्योग मंत्री एमबी पाटिल ने एचएएल को स्थानांतरित करने की किसी भी संभावनाओं के बारे में अटकलों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "किसी भी मुख्यमंत्री के पास HAL की मौजूदा सुविधाओं को स्थानांतरित करने का अधिकार नहीं है। बेंगलुरु में संचालन जारी रहेगा।"
CM का बयान
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, "मुझे नहीं पता जहां तक मेरी जानकारी है, ऐसा नहीं हो सकता है। इसे स्थानांतरित नहीं किया जाएगा।" राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार राज्य में HAL और इससे जुड़ी बुनियादी ढांचे की हर कीमत पर रक्षा करेगी।
उन्होंने कहा, "HAL को किसी भी भाजपा सरकार ने नहीं दिया था। तकनीकी क्षेत्र के मैनपावर के कारण नेहरू ने इसे बेंगलुरु में स्थापित किया था। मैं केंद्र से चंद्रबाबू नायडू के राजनीतिक अनुरोध में हस्तक्षेप नहीं करना जा रहा हूं।"
डीके शिवकुमार की प्रतिक्रिया
डीके शिवकुमार ने कहा, "हमने HAL को पर्याप्त भूमि दी है और तुमकुरु में एक हेलीकॉप्टर यूनिट स्थापित करने के लिए भी भूमि प्रदान की है। वे आंध्र प्रदेश में कुछ भी नया स्थापित करने के लिए स्वतंत्र हैं, हम इस पर आपत्ति नहीं करने जा रहे हैं। लेकिन हमारी सरकार राज्य की संपत्तियों की रक्षा के लिए सबकुछ करेगी।"
बता दें, जिस दिन कर्नाटक के मंत्रियों ने अपना बयान जारी किया, उसी दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एएमसीए परियोजना के लिए मॉडल को मंजूरी दे दी। यह परियोजना वर्तमान में बेंगलुरु में स्थित है और HAL के सहयोग से एअरोनॉटिक्स डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) द्वारा प्रबंधित क जाती है।
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