
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तामेश्वरनाथ धाम को अयोध्या और काशी की तर्ज पर विकसित करने की घोषणा की है। धाम में एक सुंदर कॉरिडोर बनाया जाएगा जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित दर्शन का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि विकास और विरासत की यात्रा एक साथ चल रही है। 2047 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा तामेश्वरनाथ धाम को भव्य स्वरूप दिया जाएगा।
संतकबीर नगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तामेश्वरनाथ धाम के कायाकल्प और इसे एक भव्य तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बाबा तामेश्वरनाथ धाम को अयोध्या और काशी की तर्ज पर एक सुव्यवस्थित और भव्य तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
धाम को एक सुंदर कारिडोर के साथ जोड़ा जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक दर्शन का अवसर मिले। उन्होंने कहा कि आज का भारत बदल चुका है। विकास और विरासत की यात्रा एक साथ चल रही है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। 2047 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनेगा।
मुख्यमंत्री सोमवार को संतकबीर नगर के बाबा तामेश्वरनाथ धाम में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अयोध्या में भगवान रामलला के भव्य मंदिर, काशी में काशी विश्वनाथ धाम और मां विंध्यवासिनी धाम के कायाकल्प का उदाहरण देते हुए कहा कि इन तीर्थस्थलों ने डबल इंजन सरकार की ताकत को साबित किया है।
जिस काशी विश्वनाथ मंदिर में कभी 50 लोग एक साथ नहीं जा सकते थे, आज 50 हजार श्रद्धालु एक साथ दर्शन कर सकते हैं। मां विंध्यवासिनी धाम में 10 हजार श्रद्धालु एक साथ जा सकते हैं। बाबा तामेश्वरनाथ धाम को भी ऐसा ही भव्य स्वरूप दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से इस दिशा में जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करने का आह्वान किया और आश्वासन दिया कि धाम के विकास की कार्ययोजना उनके पास आएगी तो उसे शीघ्र स्वीकृति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सनातन धर्म की पहचान को मजबूत करने वाला कदम होगा। बाबा का आशीर्वाद संतकबीर नगर वासियों पर बरसता हुआ दिखाई देगा।
मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में महाकुंभ के भव्य आयोजन का जिक्र करते हुए कहा कि इस बार महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। यह नए भारत की ताकत और संगठन क्षमता का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने नए भारत और नए उत्तर प्रदेश की तस्वीर प्रस्तुत की।
उन्होंने कहा कि 10 साल पहले लोग विश्वास नहीं करते थे कि भारत में वर्ल्ड क्लास हाईवे, एक्सप्रेसवे, मेट्रो, वाटरवे और रैपिड रेल जैसी सुविधाएं होंगी। आज पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का लिंक एक्सप्रेसवे संतकबीर नगर को अंबेडकर नगर और गोरखपुर से जोड़ रहा है। देश का पहला वाटरवे और रैपिड रेल उत्तर प्रदेश में संचालित हो रही है।
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